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कोरबा में अमानक चावल का खेल: भारतीय खाद्य निगम के पूर्व सदस्य का कलेक्ट्रेट में धरना - Former fci member Raj Kumar Dubey protest

कोरबा में अमानक चावल का खेल जारी है. इसमें शामिल अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप लगाकर खाद्य निगम के पूर्व सदस्य कोरबा कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए.

कोरबा में अमानक चावल का खेल
खाद्य निगम के पूर्व सदस्य का धरना
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Published : Jan 28, 2022, 7:18 PM IST

कोरबा: कोरबा में अमानक चावल के खेल का सिलसिला नहीं थम रहा है. कुछ दिन पहले इसकी शिकायत पर प्रशासन ने नान के गोदामों में जांच पड़ताल की थी. जिसके बाद लगभग 7 हजार क्विंटल चावल को अमानक करार दिया गया और इसे राइस मिलर को वापस करने के आदेश दिए गए.

अमानक चावल पर बवाल

अब चावल के इस खेल में अधिकारियों पर कमीशनखोरी करने का आरोप लगाकर भारतीय खाद्य निगम के पूर्व सदस्य राज कुमार दुबे ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया है. दुबे के धरने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. कलेक्ट्रेट परिसर में ही गहमागहमी का माहौल निर्मित हुआ. एडीएम, दुबे से मिलने अपने कार्यालय से बाहर निकले और तत्काल तहसीलदार के साथ जिन दुकानों की शिकायत की जा रही है. वहां जांच दल को रवाना कर दिया है.

यह भी पढ़ें: कोरबा के सरकारी स्कूल पर बाज की दहशत: खौफ में बच्चे और शिक्षक, बाज के हमले में कई शिक्षक घायल

राजकुमार दुबे ने लगाए गंभीर आरोप
भारतीय खाद्य निगम के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे का कहना है कि, सरकारी उचित मूल्य की दुकानों में अमानाक चावल जनता को प्रदान किया जा रहा था. हमने इसकी शिकायत लगातार पिछले 4 महीनों से की, इसके बाद हाल ही में कलेक्टर ने इसकी जांच कराई. जांच में अमानक चावल की पुष्टि भी हो गई. 6 से 7 क्विंटल चावल को अमानक करार देकर इसे वापस करने का आदेश दिया गया है.

लेकिन सवाल है कि ये अमानक चावल नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों तक कैसे पहुंचा? गोदाम में जमा होने से पहले चावल की जांच की जाती है. बावजूद इसके अमानक चावल जमा ले लिया जाता है. जिसका उचित मूल्य की दुकानों से वितरण भी कर दिया जाता है. इस एवज में अधिकारी मोटा कमीशन लेते हैं. जब तक अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

जांच दल में दुबे को भी भेजा गया
धरना दे रहे दुबे के पास पहुंचे एडीएम सुनील कुमार नायक का कहना है कि कमीशनखोरी के आरोप सरासर निराधार हैं. 1 दिन पहले भी वह हमारे कार्यालय में आए थे और इसकी शिकायत की थी. जबकि हमने जांच कराकर अमानक चावलों को मिलर को वापस करने का आदेश भी जारी कर दिया है. इस विषय में जांच भी हो चुकी है लेकिन कार्रवाई जारी है. इसके बाद भी दुबे 1-2 दुकानों की शिकायत लेकर आए थे. जहां से अमानक चावल का वितरण हो रहा है.

इसके लिए हमने तहसीलदार सहित खाद विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर तत्काल जांच दल को रवाना कर दिया है. जिसमें स्वयं दुबे भी शामिल हैं. वहां के चावल की भी सैंपलिंग कराएंगे और गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी.

कोरबा: कोरबा में अमानक चावल के खेल का सिलसिला नहीं थम रहा है. कुछ दिन पहले इसकी शिकायत पर प्रशासन ने नान के गोदामों में जांच पड़ताल की थी. जिसके बाद लगभग 7 हजार क्विंटल चावल को अमानक करार दिया गया और इसे राइस मिलर को वापस करने के आदेश दिए गए.

अमानक चावल पर बवाल

अब चावल के इस खेल में अधिकारियों पर कमीशनखोरी करने का आरोप लगाकर भारतीय खाद्य निगम के पूर्व सदस्य राज कुमार दुबे ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया है. दुबे के धरने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. कलेक्ट्रेट परिसर में ही गहमागहमी का माहौल निर्मित हुआ. एडीएम, दुबे से मिलने अपने कार्यालय से बाहर निकले और तत्काल तहसीलदार के साथ जिन दुकानों की शिकायत की जा रही है. वहां जांच दल को रवाना कर दिया है.

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राजकुमार दुबे ने लगाए गंभीर आरोप
भारतीय खाद्य निगम के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे का कहना है कि, सरकारी उचित मूल्य की दुकानों में अमानाक चावल जनता को प्रदान किया जा रहा था. हमने इसकी शिकायत लगातार पिछले 4 महीनों से की, इसके बाद हाल ही में कलेक्टर ने इसकी जांच कराई. जांच में अमानक चावल की पुष्टि भी हो गई. 6 से 7 क्विंटल चावल को अमानक करार देकर इसे वापस करने का आदेश दिया गया है.

लेकिन सवाल है कि ये अमानक चावल नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों तक कैसे पहुंचा? गोदाम में जमा होने से पहले चावल की जांच की जाती है. बावजूद इसके अमानक चावल जमा ले लिया जाता है. जिसका उचित मूल्य की दुकानों से वितरण भी कर दिया जाता है. इस एवज में अधिकारी मोटा कमीशन लेते हैं. जब तक अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

जांच दल में दुबे को भी भेजा गया
धरना दे रहे दुबे के पास पहुंचे एडीएम सुनील कुमार नायक का कहना है कि कमीशनखोरी के आरोप सरासर निराधार हैं. 1 दिन पहले भी वह हमारे कार्यालय में आए थे और इसकी शिकायत की थी. जबकि हमने जांच कराकर अमानक चावलों को मिलर को वापस करने का आदेश भी जारी कर दिया है. इस विषय में जांच भी हो चुकी है लेकिन कार्रवाई जारी है. इसके बाद भी दुबे 1-2 दुकानों की शिकायत लेकर आए थे. जहां से अमानक चावल का वितरण हो रहा है.

इसके लिए हमने तहसीलदार सहित खाद विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर तत्काल जांच दल को रवाना कर दिया है. जिसमें स्वयं दुबे भी शामिल हैं. वहां के चावल की भी सैंपलिंग कराएंगे और गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी.

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