कोरबा : कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे समय में कई समाजसेवी संस्था लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं. लोगों को खाना पहुंचाना हो या शवों का अंतिम संस्कार समाजसेवी संस्था आगे बढ़कर लोगों की मदद कर रहे हैं. जिले के SECL दीपका परियोजना में फोरमैन के पद पर पदस्थ अनिल कुमार केवट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. अंतिम संस्कार के लिए किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिलने के बाद प्रशासन और समाज सेवी संस्था को आगे आना पड़ा.
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मृतक अनिल कुमार का इलाज नेहरू शताब्दी चिकित्सालय गेवरा में चल रहा था. 56 वर्षीय अनिल कुमार केवट डायलिसिस के पेशेंट थे. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें किसी और अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई. मौत के बाद शव को NCH गेवरा के मर्चुरी में रखने जगह मिली, परिवार के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. अंतिम संस्कार के लिए उन्हें मदद नहीं मिली. चरामेती फाउंडेशन की एंबुलेंस से शव को अंतिम संस्कार करने की जगह तक पहुंचाया गया. शव का अंतिम संस्कार किया गया.
चरामेती फाउंडेशन ने कराया अंतिम संस्कार
मृतक की पत्नी दुर्गा केवट ने हताश होकर प्रशासन को पत्र लिखकर मदद मांगी और अंतिम संस्कार कराने की गुजारिश की. चरामेति फाउंडेशन को पत्रकारों के माध्यम से जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया. फाउंडेशन ने एंबुलेंस उपलब्ध कराया और परिवार की मौजूदगी में प्रशासन के सहयोग से अंतिम संस्कार कराया गया.
परिवार की मौजूदगी में किया अंतिम संस्कार
चरामेति संजीवनी सेवा के ड्राइवर खगेन्द्र साहू ने प्रशासन के सहयोग से एम्बुलेंस के माध्यम से शव को शमशान घाट तक पहुंचाया. परिवार की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया. स्थानीय प्रशासन से तहसीलदार शशिभूषण सोनी, दीपका टीआई हरिश्चंद्र तांडेकार, सचिन थवाईत, पटवारी नीरज चन्देल, चरामेति फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रशांत महतो, गिरिश राठौर उपस्थित रहें.