कोरबा: घंटाघर के पास मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों ने व्यवस्थाओं को लेकर विरोध जताया. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे एक युवक का कहना है कि बीते दिनों एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी जिसे अस्पताल भेज दिया गया था, लेकिन उस व्यक्ति के इस्तेमाल किए गये सामान अब भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही पड़ा है. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में अव्यवस्था को लेकर लोग लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके बावजूद समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोग अव्यवस्था से परेशान होकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. लोगों ने आरोप लगाया है पॉजिटिव युवक के रूम को सैनिटाइज भी नहीं किया गया है.
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24 घंटे बाद भेजा गया हॉस्पिटल
मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक और मामला सामने आया है. दिल्ली से आई युवती जांच में कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, लेकिन रिपोर्ट आने के कई घंटों तक युवती गर्ल्स कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में पड़ी रही. हालांकि, बाद में परिजनों के विरोध पर युवती को अस्पताल भेजा गया.
भरतपुर विकासखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी असुविधा
बता दें, दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों और आम लोगों का छत्तीसगढ़ आने का सिलसिला लगातार जारी है. इन सभी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए हैं, जिनमें 14 दिनों के लिए लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. हालांकि इन सेंटरों में रहने वाले लोगों ने कई तरह की अव्यवस्थाओं का भी जिक्र किया है. भरतपुर विकासखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने गांव की सरपंच सुमन लता सिंह पर जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं करवाने का आरोप लगाया था.