कोरबा: वैश्विक महामारी कोरोना में पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा दिलाने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की जा रही है. रमन सिंह समेत कई विधायकों ने सीएम को इस सिलसिले में पत्र लिखा है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के श्रमजीवी पत्रकार संघ कोरबा ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा दिलाने के लिए क्षेत्रीय विधायक को अवगत कराया था, जिसे लेकर कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है.
मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि इस कोरोना महामारी के संकट में भी पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं और लोगों तक सूचनाएं पहुंचा रहे हैं. ऐसे में अब तक कई पत्रकार कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और कईयों की जान भी जा चुकी है.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने की पत्रकारों को पहले वैक्सीन लगाने की मांग
पत्रकारों को मिले स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच जान जोखिम में डालकर अपना काम कर रहे पत्रकार साथियों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा देकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य में जिस प्रकार राजस्व, स्वास्थ्य और पुलिस-प्रशासन संक्रमण के खतरे के बीच काम कर रहे हैं, उसी तरह पत्रकार भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं. उन्हें भी संक्रमण का खतरा बना रहता है. ऐसे में यदि उनको भी कोरोना वॉरियर्स का दर्जा मिले, तो उनका हौसला और बढ़ेगा.
अधिमान्य पत्रकारों के साथ-साथ गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी मिले दर्जा
विधायक ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच प्रदेश में संक्रमण काल में भी जान जोखिम में डालकर पत्रकार अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. ऐसे में केवल अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स घोषित करना शेष पत्रकारों के साथ अन्याय होगा. गैर अधिमान्य पत्रकारों के लिए जनसंपर्क विभाग में रजिस्टर्ड संस्थानों से लिखित में संस्थानों में कार्य करने वाले पत्रकारों की सूची मंगवाई जाए, ताकि गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा मिल सके.