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बात नहीं सुनने वाले अफसरों की जिले से होगी विदाई : विधायक मोहित केरकेट्टा

शिक्षकों के अटैचमेंट को लेकर मनमाना रवैया देखा जा रहा है. शिक्षा विभाग की लापरवाही से पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में शिक्षकों की कमी है. विधायक मोहित केरकेट्टा ने इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है.

शिक्षा विभाग पर उठे सवाल
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Published : Nov 18, 2019, 11:17 PM IST

Updated : Nov 19, 2019, 10:36 AM IST

कोरबा: जिले में नियम के खिलाफ और मनमाने तरीके से शिक्षकों के अटैचमेंट पर पाली-तानाखार के कांग्रेस विधायक मोहित केरकेट्टा ने सवाल खड़े किए हैं. शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर संदेह व्यक्त करते हुए केरकेट्टा ने यहां तक कह डाला कि शिक्षा विभाग की कई शिकायतें सामने आई हैं.

विधायक का बयान.

हाल ही में शिक्षा विभाग ने एक साथ कई तबादले किए थे. जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल खाली हो गए हैं. इसके बाद भी आपसी सांठ-गांठ कर जिला स्तर पर अस्थाई व्यवस्था के तहत शिक्षकों को अटैच किया गया है. वर्तमान में जिले में लगभग 300 शिक्षक अटैच है. जबकि शिक्षा विभाग जीरो अटैचमेंट जिला बनाने की बात कहता रहा है. इससे व्यवस्था और भी बिगड़ गई है.

अस्थाई तौर पर शिक्षक अटैच
ETV भारत ने इस संबंध में विधायक से बातचीत की. उनका कहना है कि कई बार अधिकारी अपने कार्य से भटक जाते हैं. किसी के कहने पर शिक्षकों को गांव से निकालकर शहर में अस्थाई तौर पर अटैच कर देते हैं. अतिथि शिक्षकों की विषयवार भर्ती जारी है. जैसे ही भर्ती पूरी होगी शिक्षकों को वापस किया जाएगा.

आधा सत्र बीता, फिर भी भर्ती अधूरी
शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण इस साल भी आधा सत्र बीतने के बाद भी स्कूलों को विशेषज्ञ शिक्षक नहीं मिल पाए हैं. सत्र के शुरू में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे. इसी बीच राज्य शासन का आदेश आ गया. जिसमें सरकारी स्कूलों में अपनी सेवा दे रहे विद्यामितानों को प्राथमिकता देने को कहा गया. स्कूलों में 151 अतिथि शिक्षकों की भर्ती का जिम्मा अब शाला प्रबंधन समिति को सौंप दिया गया है.

पढ़े:VIDEO VIRAL : सामाजिक कार्यकर्ता के बेटे ने शराब के नशे में होटल में की मारपीट

जिले में 51 एकल शिक्षकीय स्कूल
कोरबा जिले में 51 स्कूल एकल शिक्षकीय हैं. जहां सिर्फ एक शिक्षक पूरे स्कूल की व्यवस्था संभालते हैं. ऐसे ज्यादातर स्कूल पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में है. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले निचले तबके के गरीब बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है.

कोरबा: जिले में नियम के खिलाफ और मनमाने तरीके से शिक्षकों के अटैचमेंट पर पाली-तानाखार के कांग्रेस विधायक मोहित केरकेट्टा ने सवाल खड़े किए हैं. शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर संदेह व्यक्त करते हुए केरकेट्टा ने यहां तक कह डाला कि शिक्षा विभाग की कई शिकायतें सामने आई हैं.

विधायक का बयान.

हाल ही में शिक्षा विभाग ने एक साथ कई तबादले किए थे. जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल खाली हो गए हैं. इसके बाद भी आपसी सांठ-गांठ कर जिला स्तर पर अस्थाई व्यवस्था के तहत शिक्षकों को अटैच किया गया है. वर्तमान में जिले में लगभग 300 शिक्षक अटैच है. जबकि शिक्षा विभाग जीरो अटैचमेंट जिला बनाने की बात कहता रहा है. इससे व्यवस्था और भी बिगड़ गई है.

अस्थाई तौर पर शिक्षक अटैच
ETV भारत ने इस संबंध में विधायक से बातचीत की. उनका कहना है कि कई बार अधिकारी अपने कार्य से भटक जाते हैं. किसी के कहने पर शिक्षकों को गांव से निकालकर शहर में अस्थाई तौर पर अटैच कर देते हैं. अतिथि शिक्षकों की विषयवार भर्ती जारी है. जैसे ही भर्ती पूरी होगी शिक्षकों को वापस किया जाएगा.

आधा सत्र बीता, फिर भी भर्ती अधूरी
शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण इस साल भी आधा सत्र बीतने के बाद भी स्कूलों को विशेषज्ञ शिक्षक नहीं मिल पाए हैं. सत्र के शुरू में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे. इसी बीच राज्य शासन का आदेश आ गया. जिसमें सरकारी स्कूलों में अपनी सेवा दे रहे विद्यामितानों को प्राथमिकता देने को कहा गया. स्कूलों में 151 अतिथि शिक्षकों की भर्ती का जिम्मा अब शाला प्रबंधन समिति को सौंप दिया गया है.

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जिले में 51 एकल शिक्षकीय स्कूल
कोरबा जिले में 51 स्कूल एकल शिक्षकीय हैं. जहां सिर्फ एक शिक्षक पूरे स्कूल की व्यवस्था संभालते हैं. ऐसे ज्यादातर स्कूल पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में है. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले निचले तबके के गरीब बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है.

Intro:कोरबा। जिले में नियम विरुद्ध व मनमाने तरीके से शिक्षकों के अटैचमेंट पर कांग्रेसी विधायक मोहित केरकेट्टा ने सवाल खड़े किए हैं। शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर संदेह व्यक्त करते हुए केरकेट्टा ने यहां तक कह डाला कि शिक्षा विभाग की कई शिकायतें हैं। इसके लिए अधिकारी से बात करेंगे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है, और हमारी बात नहीं सुनेंगे वाले अधिकारी की जिले से विदाई होगी। बता दें की मोहित करकेट्टा पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं। जिनके विधानसभा क्षेत्र में पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड भी आता है। या छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा वनांचल और आदिवासी विकासखंड है। जहां शिक्षा की व्यवस्था बेहद लचर है। सर्वाधिक एकल शिक्षकीय विद्यालय इसी विकासखंड में है।


Body:कांग्रेसी विधायक किसी काम से कलेक्ट्रेट आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने ETV भारत से बात की। उन्होंने शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए और कहा कि कई बार अधिकारी अपने कार्य से भटक जाते हैं, औ किसी के कहने से शिक्षकों को गांव से निकालकर शहर में अस्थाई तौर पर अटैच कर देते हैं। जबकि उन्हें सही या गलत की ठीक-ठीक जानकारी भी नहीं होती। वास्तविक जानकारी जनप्रतिनिधियों को होती है। जो क्षेत्र का दौरा करते हैं। उनके पास पचासों शिकायत रहती है। अतिथि शिक्षकों की विषयवार भर्ती जारी है जैसे ही भर्ती पूरी होगी शिक्षकों को वापस किया जाएगा।

आधा सत्र बीत भर्ती अब बीबी अधूरी
शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से इस वर्ष भी आधा सत्र बीतने के बाद स्कूलों को विषय विशेषज्ञ शिक्षक नहीं मिल पाए हैं। सत्र के शुरू में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे। जिसके लिए 1500 से अधिक बेरोजगार युवाओं ने आवेदन किया। इसी बीच राज्य शासन का आदेश आ गया। जिसमें सरकारी स्कूलों में ओइव से अपनी सेवा दे रहे विद्यमितानों को प्राथमिकता देने को कहा गया। शिक्षा विभाग इसमें भी फेल हो गया। स्कूलों में 151अतिथि शिक्षकों की भर्ती का जिम्मा अब शाला प्रबंधन समिति को सौंप दिया गया है। लेकिन भर्ती प्रक्रिया भी अधूरी है।




Conclusion:जिले के 51 स्कूल एकल शिक्षकीय
कोरबा जिले में 51 स्कूल एकल शिक्षकीय हैं। जहां सिर्फ एक शिक्षक पूरे स्कूल की व्यवस्था संभालते हैं। ऐसे ज्यादातर स्कूल पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में है।
हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा थोक में तबादले किए गए थे। जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल खाली हो गए हैं। इसके बाद भी आपसी सांठगांठ कर जिला स्तर पर अस्थाई व्यवस्था के तहत शिक्षकों को अटैच किया गया। जबकि शिक्षा विभाग 0 अटैचमेंट जिला बनाने के बाद कहता रहा है। इससे व्यवस्था और भी बिगड़ गई है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले निचले तबके के गरीब बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जिले में 1479 प्राइमरी तो 524 मिडिल स्कूल है। जबकि हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल के संख्या 191 है।

विजुअल बाइट।
Last Updated : Nov 19, 2019, 10:36 AM IST
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