कोरबा: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी 'गोधन न्याय योजना' का सोमवार को शुभारंभ किया गया. प्रभारी मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने गेड़ी चढ़ने के बाद तराजू में गोबर तौलकर जिले में योजना की शुरुआत की.
कटघोरा के अमरपुर गांव स्थित गौठान से यह योजना शुरू की गई. इस मौके पर प्रभारी मंत्री प्रेमसाय ने कहा कि पशुपालक अपने मवेशियों को तभी तक अपने पास रखते हैं, जब तक कि वह दूध देती है. इस योजना के बाद लोग अपने मवेशी को घरों में ही रखेंगे और उनकी सेवा करेंगे. मंत्री ने कहा कि 'गोधन न्याय योजना' शुरू करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है, जो पशुपालकों से गोबर खरीदेगी. जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के 5 हजार 728 गौठानों में एक साथ आज इस योजना को शुरू किया जा रहा है.
जगदलपुर: संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने 'गोधन न्याय योजना' का किया शुभारंभ
इस योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी
'गोधन न्याय योजना' के शुरू होते ही अब जिले के पशुपालक गौठान पहुंचकर गौठान समिति को 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर बेच सकेंगे. गौठान समिति इससे वर्मी कंपोस्ट तैयार करेगी. जिसे 8 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा. शासन की मंशा है कि गौठान से ना सिर्फ गोबर खरीदी हो बल्कि ये ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का केंद्र बिंदु बने. योजना की शुरुआत के साथ ही अब जिले के सभी 197 ग्रामीण क्षेत्रों समेत कोरबा नगर निगम के गोकुल नगर स्थित गौठान और सभी नगरीय क्षेत्रों के एसएलआरएम सेंटर में पशुपालकों से गोबर खरीदा जाएगा.
अतिथियों ने किया पौधरोपण
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने पौधरोपण भी किया. इसके साथ ही धंवईपुर कलस्टर की महिला स्व सहायता समूह की ओर से बनाई गई उजियारा राखी का अनावरण भी किया गया. कार्यक्रम के दौरान कई शासकीय योजनाओं के तहत हितग्राहियों को अनुदान राशि और किसान कार्डों का वितरण भी किया गया.