कोरबा : राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने डीएमएफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कोरबा के तात्कालीन कलेक्टर का नाम लिए बगैर तंज कसा है. कहा है कि अभी तो प्यादे मरे है, वजीर बाकी है. कोरबा डीएमएफ घोटाले में लिप्त तात्कालीन सहायक आयुक्त को निलंबित किया गया है. मंत्री ने इशारों में कहा कि अभी बड़े लोगों पर कार्रवाई बाकी है. हमेशा कार्रवाई नीचे से शुरू होती है.
दरअसल, कोरबा में कलेक्टर रहते पी. दयानंद लगातार जयसिंह अग्रवाल के निशाने पर रहे. पिछले कार्यकाल में बतौर विधायक रहते जयसिंह ने डीएमएफ में सबसे बड़ा घोटाला होने की बात कही थी. साथ ही सीबीआई जांच की मांग भी की थी. अब सत्ता में आने के बाद जयसिंह अग्रवाल खुलकर तो नहीं, लेकिन इशारे-इशारे में जरूर आईएएस को निशाने पर ले रहे हैं.
इस दौरान जयसिंह ने डीएमएफ का अब सदुपयोग करने की बात भी कही है. उन्होंने बताया कि बस्तर के सभी जिलों में डीएमएफ की राशि से शिक्षक और चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी. किसी भी इलाके में शिक्षक व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी नहीं होने दी जाएगी. दंतेवाडा में डीएमएफ घोटाले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभी कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजी है.