कोरबा: राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल शुक्रवार को कोरबा के राख डंपिंग यार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे. मंत्री के दौरे से एक दिन पहले रातों रात राख की सफाई का वीडियो भी सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ था. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने इस बात को माना कि राख को व्यवस्थित तरीके से डंप नहीं किया गया है. अधिकारियों से गलती हुई है.
मंत्री ने लगाई अधिकारियों को फटकार: बालको में राख डैम के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने प्रबंधन के अफसरों से कहा कि "शहर में राख जगह जगह बिखरी पड़ी है. इसकी परमिशन किसने दी, कौन जिम्मेदार है? क्या बालको ने पूरे कोरबा को राख से पाटने का प्लान बना लिया है. यदि नियमानुसार ठीक तरह से काम हुआ होता, तो शहर के लोग राख की समस्या से इस कदर परेशान ना हुए होते."
राख डैम के जमीन की होगी जांच: राख की समस्या को लेकर निरीक्षण की शुरुआत शुक्रवार को मंत्री ने बालको से की. परसाभाठा क्षेत्र स्थित बालको के राख डैम के ऊपर जाकर चल रहे काम का जायजा लिया. मौके पर ही बालको, जिला प्रशासन और नगर पालिक निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहे. बालको राख डैम के विस्तार करने पर मंत्री ने सवाल खड़े किए. फॉरेस्ट की जमीन पर राख पाटने के मामले में भी मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई.इसके बाद मंत्री मानिकपुर खदान पहुंचे. मानिकपुर कोयला खदान प्रबंधन को भी मंत्री ने नियम के तहत काम करने की हिदायत दी.
निरीक्षण के लिए मैनपावर की कमी: पर्यावरण संरक्षण मंडल के रीजनल ऑफिसर शैलेश मिश्रा ने कहा कि "लो लाइन एरिया में नियम विरुद्ध राख डंपिंग के विरूद्ध हमने हाल फिलहाल में कार्यवाही की है. राज्य सरकार के एचटीपीएस पावर प्लांट पर 2 लाख रुपये और श्यामा प्रसाद मुखर्जी पावर प्लांट पर 5 लाख का जुर्माना लगाया है. राजस्व मंत्री ने आज निरीक्षण किया है. इस दौरान जिन बिंदुओं पर हमें जांच करने को कहा गया है. उसकी जांच कर हम जल्दी ही रिपोर्ट सौंप देंगे."