कोरबा: नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) से मान्यता मिलने के बाद कोरबा में एमबीबीएस की पढ़ाई का सपना साकार होने जा रहा है. नीट के परीक्षा परिणाम कुछ दिन पहले ही जारी हुए हैं. एमबीबीएस में दाखिला लेने वाले देश भर के छात्रों के समक्ष काउंसलिंग में कोरबा के शासकीय मेडिकल कॉलेज का विकल्प भी उपलब्ध होगा. कोरबा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि अक्टूबर के मध्य से कोरबा में एमबीबीएस की कक्षाएं लगनी शुरू हो जाएंगी. इसके लिए प्राथमिक तौर पर सभी संसाधन उपलब्ध हैं. हालांकि कुछ खामियां बरकरार हैं. लेकिन समय के साथ उसे भी दुरुस्त कर लिया जाएगा.
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20% आवास उपलब्धता अभी भी समस्या: आईटी कोरबा इंजीनियरिंग कॉलेज के दो ब्लॉक मतलब आधी बिल्डिंग फिलहाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल को दी जा चुकी है. यहां शुरुआती कक्षाएं लगेंगी, जबकि इससे कुछ दूरी पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित है. छात्र वहां जाकर प्रायोगिक कार्य करेंगे. आईटी कोरबा के सामने ही 100 एकड़ भूमि चिह्नांकित की गई है. कोरबा का नया मेडिकल कॉलेज भवन मूर्त रूप लेगा. वर्तमान में समस्या यह है कि जितने भी सहायक प्राध्यापक मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन करेंगे. इनके रहने के लिए कम से कम 20% आवास उपलब्ध होने चाहिए. यह एनएमसी के मापदंडों के तहत अनिवार्य है. फिलहाल इतनी संख्या में आवास उपलब्ध नहीं है. हालांकि आईटी कोरबा के 12 क्वार्टर मेडिकल कॉलेज को जरूर आवंटित कर दिए गए हैं.
55000 होगी सालाना फीस : शासकीय मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने वाले छात्रों को फीस में रियायत का लाभ भी मिलेगा. वर्तमान में शासकीय कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के लिए सभी खर्चों को मिलाकर सालाना फीस 55 हजार रुपये होगी। जबकि जानकारों की मानें तो निजी मेडिकल कॉलेज में यही फीस लगभग 10 से 12 लाख रुपए तक होती है। मेडिकल कॉलेज कोरबा में दाखिला लेने वाले छात्र कम खर्चे पर एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।
शुरुआत में इन विषयों की होगी पढ़ाई: शासकीय मेडिकल कॉलेज कोरबा के डीन अविनाश मेश्राम ने बताया कि शुरुआत में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री और पीएसएम की कक्षाएं लगेंगी. 1 महीने तक तो छात्रों का ओरियंटेशन प्रोग्राम ही चलता है. इन विषयों को पढ़ाने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में प्राध्यापक मौजूद हैं. शुरुआती स्तर पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने और छात्रों की कक्षाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन करने के लिए हमें कोई दिक्कत नहीं आएगी. हालांकि कुछ कमी जरूर है जिसे समय के साथ साथ पूरा कर लिया जाएगा."