कोरबा : 5 साल पहले लापता हुई एक न्यूज एंकर सलमा की तलाश सरगर्मी से पुलिस कर रही है. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि एक लापता युवती को ढूंढने का ख्याल पुलिस को 5 साल बाद आ रहा है. दरअसल इसके पीछे की वजह कुछ गिरफ्तारियां हैं.जिनमें ऐसे इनपुट मिले हैं.जिसमें ये माना जा रहा है कि युवती लापता नहीं हुई है.बल्कि उसका कत्ल कर दिया गया है. लिहाजा पुलिस अब बयानों के आधार पर लापता न्यूज एंकर सलमा के कंकाल की तलाश कर रही है. इस पूरे मामले में संदेही एक जिम संचालक है.जो 29 मई से यानी जब से पुलिस ने कंकाल को तलाशना शुरु किया फरार है.
पुलिस ने संदेही की कार की जब्त : संदेही को पुलिस तलाश रही है.लेकिन वो कार से बक्साही तक आया और फिर गाड़ी वहीं छोड़कर भाग गया.पुलिस ने संदेही की कार को पाली क्षेत्र के बक्साही गांव से बरामद किया.इसके बाद कुसमुंडा थाने लाकर जमा किया.यही नहीं पुलिस की माने तो आरोपी बार-बार अपना लोकेशन बदल रहा है. जिसकी आखिरी लोकेशन अंबिकापुर में मिली थी.मामले को सुलझाने के लिए फरार संदेही और उसके मददगारों का गिरफ्त में आना जरुरी है.जिसके लिए पुलिस लगातार उसे ट्रैस कर रही है.आईपीएस रॉबिंसन गुड़िया सीएसपी दर्री इस पूरे ऑपरेशन को लीड कर रहे है.
फिलहाल हत्या का अपराध दर्ज नहीं : लापता न्यूज एंकर सलमा के गुमशुदगी की रिपोर्ट 2019 में कुसमुंडा थाने में दर्ज है. अब लगभग पांच साल बाद एक बार फिर इस मामले में पुलिस ने खोजबीन शुरू की है. पुलिस को यह संदेह है कि सलमा की हत्या कर उसे दर्री-कोरबा मुख्य मार्ग में सड़क किनारे दफना दिया गया था. लेकिन अभी गुमशुदगी की रिपोर्ट पर ही अग्रिम कार्यवाई की जा रही है. फिलहाल हत्या का मामला पुलिस ने दर्ज नहीं किया है.
कंकाल मिलना जरुरी क्यों : संदेही के करीबियों से पूछताछ के आधार पर ही पुलिस को महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं. इसके जरिए ही पुलिस ने परत दर परत इस मामले तो खोलना शुरू किया. पुलिस ने 30 मई मंगलवार को जमीन के नीचे कंकाल दफन होने के संदेह पर खुदाई का काम भी किया था. लेकिन पूरे दिन चली खुदाई के बाद पुलिस को यहां से कंकाल नहीं मिला. जिसके बाद अब नए सिरे से जांच की जा रही है. गुमशुदा इंसान को मृत तभी घोषित किया जा सकता है. जब उसकी बॉडी बरामद हो जाए. इस लिहाज से कंकाल तलाशना पुलिस के लिए एक बड़ा टास्क है. इस प्रकरण के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण भी है.