कोरबा: कोरबा में हाथी विचरण क्षेत्र और जंगलों से लगे इलाके में धान उपार्जन केंद्र में हाथियों की वजह से कर्मचारी परेशान हैं. समय पर धान का उठाव नहीं होने से भी मुसीबत बढ़ गई है. गांव चचिया के धान खरीदी केंद्र में बीते रात एक बार फिर लोनर हाथी उपार्जन केंद्र में घुस आया था. दर्जन भर धान से भरे बोरे को हाथी ने खाकर बर्बाद कर दिया. धान की रखवाली में लगे कर्मचारियों ने दुबक कर किसी तरह अपनी जान बचाई. इससे पहले भी हाथी ने यहां दस्तक दी थी.
चचिया को कोरकोमा स्थित केंद्र में शिफ्ट करने की मांग: 5 दिन में दूसरी बार हाथी की धमक से सहमे चचिया के फड़ प्रभारी ने उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं को पत्र लिखा है. उपार्जन केंद्र चचिया में तत्काल धान खरीदी बंद कर शेष किसानों का कोरकोमा में धान खरीदने की वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करने की मांग की है. साथ ही मार्कफेड से खरीदे गए धान का तत्काल उठाव और आगामी वित्तीय वर्ष से धान उपार्जन केंद्र के लिए उपयुक्त सुरक्षित स्थल का चयन करने की बात कही है.
दूसरी बार चचिया में हाथी ने दी दस्तक: 5 दिन के भीतर दूसरी बार 17 दिसंबर की रात साढे 12 बजे एक लोनर हाथी उपार्जन केंद्र में आ धमका. इस दौरान हाथी फड़ में धान की रखवाली के लिए मौजूद कर्मचारी सो रहे थे. अचानक कुत्तों के भौंकने से उन्हें इसका अहसास हुआ. दूसरी बार हाथी के पहुंचने से डर के मारे जान बचाने को कर्मचारी धान के स्टॉक पर ही दुबके रहे. एक दर्जन से अधिक बोरों के धान और दर्जनों बारदानों में रखे धान को हाथी ने तहस-नहस कर दिया. इस घटना के बाद कर्मचारी भी डरे सहमे हुए हैं. कर्मचारियों की मानें तो हाथी फिर से यहां आ सकते हैं.
चचिया में 90 फीसद खरीद पूरी: चचिया के फड़ प्रभारी सहित गांव के पंचों ने जिला विपणन अधिकारी और जिला उप पंजीयक को पत्र लिखा है. पत्र के मुताबिक 90 फीसद से अधिक किसानों का धान खरीदा जा चुका है. ऐसे में शेष किसानों को कोरकोमा शिफ्ट करने के साथ ही धान का उठाव जल्द कराया जाए.