कोरबा: ग्रामीणों का आरोप है कि लैंको पावर प्लांट में वर्तमान में शटडाउन का काम चल रहा है. जिसके द्वारा छोड़े गए केमिकल युक्त पानी से प्राकृतिक नाले का पानी दूषित हो चुका है. जिसके कारण प्राकृतिक नाले में मछलियों की मौत हुई है. गांव के मवेशी, जिन्होंने यहां पानी पिया, उनकी तबीयत भी खराब है. ग्रामीण नाले के पानी से निस्तारी करते थे. वह भी अब पिछले 2 दिनों से बंद है.
नाले के किनारे मरी पड़ी है मछलियां: कोरबा चांपा मुख्य मार्ग पर लैंको अमरकंटक पावर प्लांट मौजूद है. लैंको पर रविवार को ग्रामीणों ने आरोप लगाया है. लैंको पावर प्लांट से ठीक लगा हुआ गांव खोड्डल मौजूद है. जहां से एक प्राकृतिक नाला बहता है. जो कि ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी है. ग्रामीण यहां के पानी से निस्तारी करते हैं. ग्रमीणों का आरोप है कि वर्तमान में लैंको प्लांट से कुछ केमिकल युक्त पानी अधिक मात्रा में नाले में बहा दिया गया है. जिससे मछलियां मर गई हैं. जिन मवेशियों ने यहां का पानी पिया वह भी बीमार हो चुके हैं."
प्रबंधन पर कार्रवाई भी मांग: ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि "गांव की लगभग 60% की आबादी नाले से ही निस्तारी करती है. ग्रामीणों ने निस्तारित करना भी बंद कर दिया है. हम चाहते हैं कि नाले को साफ किया जाए और प्रबंधन पर इस लापरवाही के लिए कार्रवाई भी की जाए."
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कोई काम नहीं चल रहा, यदि ऐसा है तो दिखवा लेंगे: लैंको अमरकंटक पावर प्लांट के जनसंपर्क अधिकारी दुष्यंत तिवारी ने इस विषय में बताया कि "फिलहाल पवार प्लांट में किसी तरह का कोई मेंटेनेंस का काम नहीं चल रहा है. ना ही नाले में किसी भी तरह का पानी बहाया गया है. यदि ग्रामीणों ने आरोप लगाया है और जैसा की तस्वीरों में भी दिख रहा है. हम इसे दिखवा लेंगे. लेकिन पावर प्लांट की वजह से नाले का पानी दूषित हो ऐसी कोई संभावना नहीं है."
जांच के बाद करेंगे कार्रवाई: इस विषय में स्थानीय पर्यावरण संरक्षण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेश पिस्दा ने कहा कि "नाले में मछलियों की मौत होने की जानकारी मिली है. प्राकृतिक नाले में दूषित पानी बहाए जाने संबंधी शिकायत के संबंध में तत्काल जांच की जाएगी. जांच में जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर ठोस कार्रवाई करेंगे."