कोरबाः रेलवे स्टेशन पर एक ओर जहां यात्रियों को कोरोना वायरस से बचने के लिए अनाउंसमेंट करके जागरूक किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर रेलवे लाइन पर ठेके पर काम करने वाले मजदूर असुरक्षा के बीच काम कर रहे हैं.
कोरबा से जांजगीर-चांपा की ओर जाने वाले रेलवे मार्ग पर रामपुर विधानसभा के पास एक गांव में मंगलवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां लगभग 43 मजदूर बिना मास्क, ग्लव्ज और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बिना काम कर रहे थे. इन मजदूरों को काम के दौरान मास्क, ग्लव्स नहीं दिया जा रहा है, वहीं यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा, जिसकी वजह से मजदूरों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है.
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ठेकेदार कर रहे हैं नियमों का उल्लंघन
इस बारे में रेलवे के सुपरवाइजर से पूछे जाने ने पर उन्होंने बताया कि सभी मजदूरों को मास्क दिया गया है, लेकिन मास्क सफेद कलर के होने के कारण मजदूर नहीं लगाते, क्योंकि बार-बार चेहरे से निकलने वाले पसीने से ये गंदा हो जाता है. वहीं दूसरी ओर मजदूरों का कहना है कि उन्हें मास्क नहीं दिया गया है, जबकि नियमानुसार जो मजदूर ठेके पर काम करने आते हैं, उन्हें मास्क और ग्लव्ज दिया जाना जरूरी है. इस संबंध में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है.