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निजीकरण के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ मजदूर संगठनों का हल्ला बोल

बालको के एल्युमिनियम एंप्लाइज यूनियन ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन दिया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी कंपनियों के निजीकरण के गलत फैसले के कारण कई कंपनियां बंद हो गई.

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निजीकरण के विरोध में मजदूर यूनियन का हल्ला बोल
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Published : Sep 9, 2020, 4:07 PM IST

Updated : Sep 9, 2020, 6:28 PM IST

कोरबा: एटक के एल्युमीनियम एंप्लाइज यूनियन बालको के श्रमिकों और कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम और वित्तीय संस्थानों का निजीकरण किए जाने के विरोध में एल्यूमिनियम एम्पलाइज यूनियन एटक बालको ने हल्ला बोला. यूनियन ने भारत पेट्रोलियम कंपनी के निजीकरण किए जाने के विरोध में दो दिवसीय आम हड़ताल और जगदलपुर में स्थित नगरनार स्टील प्लांट को (NMDC) से पृथक कर एक नई कंपनी रजिस्टर्ड किए जाने का जबरदस्त विरोध किया.

निजीकरण के विरोध में मजदूर यूनियन का हल्ला बोल

मजदूर यूनियन का मानना है कि नई कंपनी का गठन कर नगरनार स्टील प्लांट और किरंदुल और बचेली के आयरन और खदानों के निजीकरण करने का कदम सही नहीं है. इस मुद्दे पर एल्युमिनियम एंप्लाइज यूनियन एटक बालको ने नगर स्थित एटक कार्यालय के प्रांगण में प्रदर्शन किया. इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार देश में कोरोना वायरस की महामारी को एक अवसर मान रही है और उसकी आड़ में देश की सारी सरकारी संपत्तियों को अपने चुनिंदा उद्योगपतियों और मित्र विदेशी कंपनियों को बेच रही है.

पढ़ें- कोरबा: ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया डीजल चोरों को बचाने का आरोप, वीडियो किया वायरल

कोरोना की आड़ में देश की अर्थव्यवस्था को लचर बनाने का आरोप

छत्तीसगढ़ एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के गलत फैसलों के कारण तालाबंदी से उत्पन्न गंभीर परिस्थितियों के कारण उद्योग धंधे चौपट हुए और 40 से 45 करोड़ लोगों को अपनी रोजी-रोटी से हाथ धोना पड़ा है. कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ प्रदेश (एटक) के महासचिव हरिनाथ सिंह, एमएल रजक, सुनील सिंह, और पीके वर्मा के साथ कई लोग मौजूद थे.

कोरबा: एटक के एल्युमीनियम एंप्लाइज यूनियन बालको के श्रमिकों और कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम और वित्तीय संस्थानों का निजीकरण किए जाने के विरोध में एल्यूमिनियम एम्पलाइज यूनियन एटक बालको ने हल्ला बोला. यूनियन ने भारत पेट्रोलियम कंपनी के निजीकरण किए जाने के विरोध में दो दिवसीय आम हड़ताल और जगदलपुर में स्थित नगरनार स्टील प्लांट को (NMDC) से पृथक कर एक नई कंपनी रजिस्टर्ड किए जाने का जबरदस्त विरोध किया.

निजीकरण के विरोध में मजदूर यूनियन का हल्ला बोल

मजदूर यूनियन का मानना है कि नई कंपनी का गठन कर नगरनार स्टील प्लांट और किरंदुल और बचेली के आयरन और खदानों के निजीकरण करने का कदम सही नहीं है. इस मुद्दे पर एल्युमिनियम एंप्लाइज यूनियन एटक बालको ने नगर स्थित एटक कार्यालय के प्रांगण में प्रदर्शन किया. इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार देश में कोरोना वायरस की महामारी को एक अवसर मान रही है और उसकी आड़ में देश की सारी सरकारी संपत्तियों को अपने चुनिंदा उद्योगपतियों और मित्र विदेशी कंपनियों को बेच रही है.

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कोरोना की आड़ में देश की अर्थव्यवस्था को लचर बनाने का आरोप

छत्तीसगढ़ एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के गलत फैसलों के कारण तालाबंदी से उत्पन्न गंभीर परिस्थितियों के कारण उद्योग धंधे चौपट हुए और 40 से 45 करोड़ लोगों को अपनी रोजी-रोटी से हाथ धोना पड़ा है. कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ प्रदेश (एटक) के महासचिव हरिनाथ सिंह, एमएल रजक, सुनील सिंह, और पीके वर्मा के साथ कई लोग मौजूद थे.

Last Updated : Sep 9, 2020, 6:28 PM IST
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