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Diesel Thiefs Arrests in Korba: आधी रात एसडीएम और तहसीलदार से टकराये डीजल चोर, पकड़ा गया 980 लीटर चोरी का डीजल

एसईसीएल के दीपका खदान से चोरी का डीजल ले जाते चोर पकड़ में आए हैं. चोरों के पास से भारी मात्रा में डीजल भी मिला है. गांव चैनपुर में पाली एसडीएम शिव बनर्जी और हरदीबाजार तहसीलदार नरेंद्र कंवर ने रात लगभग 2:30 बजे यह कार्रवाई की है. हैरानी वाली बात यह है कि इस दौरान पुलिस बल मौके पर मौजूद नहीं था. ना ही उनकी कोई मदद ली गई. एसडीएम और तहसीलदार ने अपने स्तर पर ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. खबर यह भी है कि डीजल चोरों ने बचने के लिए एसडीएम के वाहन को टक्कर मारने का प्रयास भी किया.Korba SDM and Tehsildar caught diesel thieves

diesel thiefs arrested in korba
कोरबा में डीजल चोर गिरफ्तार
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Published : Mar 4, 2023, 12:21 PM IST

Updated : Mar 4, 2023, 12:51 PM IST

कोरबा में डीजल चोर गिरफ्तार

कोरबा: शनिवार को रात लगभग 2:30 बजे पानी एसडीएम शिव बनर्जी और तहसीलदार नरेंद्र कुमार गांव चैनपुर पहुंचे और टीपर वाहन क्रमांक एमपी 18 बीबी 1205 में लोड 980 लीटर डीजल को जब्त किया जो 28 जरीकेन में भरा हुआ था. एसडीएम शिव बनर्जी ने बताया कि "मैं और तहसीलदार कोयला और डीजल के चोरी पर कार्रवाई करने खदान पहुंचे थे. रात के लगभग ढाई बजे हम डीजल चोरों से टकरा गए. इस दौरान आमने 980 लीटर डीजल और वाहन चालक सहित दो अन्य लोगों को पकड़ा है. आधी रात को पंचनामा भी तैयार किया गया है. इसे हम खाद्य विभाग के सुपुर्द कर रहे हैं. जहां से विधिवत कार्रवाई की जाएगी. आधी रात को कोई पुलिसकर्मी हमारे साथ नहीं था. वाहन, डीजल और पकड़े गए चालक और उसके अन्य दो साथियों को दीपका थाने में रखा गया है."


खदान में जारी है डीजलऔर कोयले चोरी का खेल: खदान में डीजल और कोयला चोरी का खेल जोर शोर से संचालित होने की लंबे समय से चर्चा है. एसडीएम की इस कार्रवाई से पुष्टि हो रही है कि रात होते ही जिले के कोयला खदान में माफियाओं के राज कायम हो जाता है. एसडीएम और तहसीलदार का डीजल माफियाओं पर कार्रवाई करना और इस दौरान पुलिस का उनके साथ मौजूद नहीं होना भी कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है. कहीं न कहीं इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है. अधिकारियों ने खुलकर भले ही इस प्रश्न का कोई जवाब ना दिया हो. लेकिन दबी जुबान वह भी स्वीकार कर रहे हैं कि खदानों में दिन ढलते ही पूरी तरह से माफियाओं का राज चलता है.


एसईसीएल की विभागीय सुरक्षा पूरी तरह से नाकाम: पुलिस के अलावा खदान की सुरक्षा का जिम्मा पूरी तरह से एसईसीएल के अधीन कार्यरत केंद्रीय सुरक्षा बल सीआईएसएफ और हाल ही में नियुक्त किए गए त्रिपुरा राइफल्स के जवानों के कंधों पर होती है, लेकिन एसडीएम और तहसीलदार जैसे अधिकारियों द्वारा सीधे कार्यवाही करना. इस बात की भी पुष्टि करता है कि एसईसीएल की विभागीय सुरक्षा टीम पूरी तरह से नाकाम है. डीजल और कोयला माफियाओं के समक्ष इनकी एक नहीं चलती.

यह भी पढ़ें: Korba crime news : कोरबा में पैसों के विवाद में गई युवक की जान

चोरी का डीजल मिला है तो इसे हम जब्ती बना लेंगे: इस विषय में सीएसपी दर्री रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि "एसडीएम और तहसीलदार द्वारा डीजल चोरों पर कार्रवाई के विषय में हमें कोई सूचना नहीं है. हालांकि टीम बनाकर काम करने के बेहतर परिणाम मिलते हैं. यदि उन्होंने डीजल पकड़ा है तो हम जब्ती बना लेंगे".

कोरबा में डीजल चोर गिरफ्तार

कोरबा: शनिवार को रात लगभग 2:30 बजे पानी एसडीएम शिव बनर्जी और तहसीलदार नरेंद्र कुमार गांव चैनपुर पहुंचे और टीपर वाहन क्रमांक एमपी 18 बीबी 1205 में लोड 980 लीटर डीजल को जब्त किया जो 28 जरीकेन में भरा हुआ था. एसडीएम शिव बनर्जी ने बताया कि "मैं और तहसीलदार कोयला और डीजल के चोरी पर कार्रवाई करने खदान पहुंचे थे. रात के लगभग ढाई बजे हम डीजल चोरों से टकरा गए. इस दौरान आमने 980 लीटर डीजल और वाहन चालक सहित दो अन्य लोगों को पकड़ा है. आधी रात को पंचनामा भी तैयार किया गया है. इसे हम खाद्य विभाग के सुपुर्द कर रहे हैं. जहां से विधिवत कार्रवाई की जाएगी. आधी रात को कोई पुलिसकर्मी हमारे साथ नहीं था. वाहन, डीजल और पकड़े गए चालक और उसके अन्य दो साथियों को दीपका थाने में रखा गया है."


खदान में जारी है डीजलऔर कोयले चोरी का खेल: खदान में डीजल और कोयला चोरी का खेल जोर शोर से संचालित होने की लंबे समय से चर्चा है. एसडीएम की इस कार्रवाई से पुष्टि हो रही है कि रात होते ही जिले के कोयला खदान में माफियाओं के राज कायम हो जाता है. एसडीएम और तहसीलदार का डीजल माफियाओं पर कार्रवाई करना और इस दौरान पुलिस का उनके साथ मौजूद नहीं होना भी कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है. कहीं न कहीं इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है. अधिकारियों ने खुलकर भले ही इस प्रश्न का कोई जवाब ना दिया हो. लेकिन दबी जुबान वह भी स्वीकार कर रहे हैं कि खदानों में दिन ढलते ही पूरी तरह से माफियाओं का राज चलता है.


एसईसीएल की विभागीय सुरक्षा पूरी तरह से नाकाम: पुलिस के अलावा खदान की सुरक्षा का जिम्मा पूरी तरह से एसईसीएल के अधीन कार्यरत केंद्रीय सुरक्षा बल सीआईएसएफ और हाल ही में नियुक्त किए गए त्रिपुरा राइफल्स के जवानों के कंधों पर होती है, लेकिन एसडीएम और तहसीलदार जैसे अधिकारियों द्वारा सीधे कार्यवाही करना. इस बात की भी पुष्टि करता है कि एसईसीएल की विभागीय सुरक्षा टीम पूरी तरह से नाकाम है. डीजल और कोयला माफियाओं के समक्ष इनकी एक नहीं चलती.

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चोरी का डीजल मिला है तो इसे हम जब्ती बना लेंगे: इस विषय में सीएसपी दर्री रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि "एसडीएम और तहसीलदार द्वारा डीजल चोरों पर कार्रवाई के विषय में हमें कोई सूचना नहीं है. हालांकि टीम बनाकर काम करने के बेहतर परिणाम मिलते हैं. यदि उन्होंने डीजल पकड़ा है तो हम जब्ती बना लेंगे".

Last Updated : Mar 4, 2023, 12:51 PM IST
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