कोरबा: हिट एंड रन कानून विवाद के बाद पूरे देश में सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में लगे ड्राइवर हड़ताल पर चले गए थे. धरना प्रदर्शन और चक्का जाम की स्थिति पैदा हो गई थी. इस बीच मंगलवार की रात हड़ताल खत्म कर दी गई. बावजूद इसके बुधवार को कई ड्राइवर काम पर नहीं लौटे हैं.
दरअसल, अधिकतर ड्राइवर छुट्टी लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे. हड़ताल खत्म के बाद बस, ट्रक मालिकों ने ड्राइवर को वापस काम पर बुलाया है. लेकिन सभी ड्राइवर अब तक लौटे नहीं हैं. इस बीच पेट्रोल पंपों में पैनिक खरीदारी हो रही है. लोगों को लग रहा है कि पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो सकती है, जिसके कारण वह अधिक से अधिक मात्रा में पेट्रोल, डीजल खरीद लेना चाहते हैं. पेट्रोल पंप के पास पर्याप्त स्टॉक है. पेट्रोल पंप में लोग बोतल लेकर कतार में खड़े हैं.
घंटों बोतल लेकर कतार में खड़े लोग: आईटीआई रामपुर से नागेंद्र कुमार कतार में लगे हुए थे. जिनका कहना है कि, "ड्राइवर की हड़ताल चल रही है. आने वाले दिनों में पेट्रोल की किल्लत हो सकती है. इसलिए हम कतार में खड़े हैं और पेट्रोल हासिल कर लेना चाहते हैं." वहीं, दीपक गोयल ने बताया कि, "आधे घंटे से कार में बैठा हुआ हूं, भीड़ अधिक है. इसलिए नंबर नहीं आया है. हड़ताल या जो भी परिस्थितियां निर्मित हुई है. उसे जल्द समाप्त किया जाना चाहिए. बीच का रास्ता निकाला जाना चाहिए. यदि पेट्रोल नहीं मिलेगा तो हमारे कोई भी काम नहीं हो पाएंगे. इसलिए परिस्थितियों को जल्दी सामान्य किया जाना चाहिए."
पेट्रोल पंप में स्टॉक पूरा : निहारिका क्षेत्र के श्री पेट्रोल पंप के मैनेजर विजय नायक का कहना है कि, "हमारे पास फिलहाल पेट्रोल का पूरा स्टॉक है. पेट्रोल की गाड़ी कल भी आई थी. फिलहाल 15000 केएल स्टॉक है. यदि आज और कल पेट्रोल लेकर टैंकर हमारे यहां नहीं आता तब किल्लत होगी, लेकिन फिलहाल हमारे पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. परेशानी तो हो रही है, लोगों ने भीड़ लगा दी है.
आईओसीएल टर्मिनल से सुरक्षा के साथ गाड़ियां रवाना: कोरबा जिले के गोपालपुर में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का टर्मिनल मौजूद है. यहां से टैंकर के माध्यम से पेट्रोल, डीजल और एलपीजी गैस की आपूर्ति डीलरों को की जाती है. एसपी जितेंद्र शुक्ला ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि, "कड़ी सुरक्षा के बीच डीजल, पेट्रोल के टैंकर रवाना किया जा रहे हैं. टर्मिनल से निकलने वाले टैंकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुके हैं, जिन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही. पड़ोसी जिलों में भी टैंकर पहुंचे इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है."
सभी ड्राइवर नहीं लौटे काम पर: बाजार में हड़ताल खत्म हो जाने की सूचना तो है. लेकिन सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में लगे ड्राइवर अवकाश पर चले गए थे. फिर चाहे बस और ट्रक चलाने वाले ड्राइवर हों या अन्य. सभी हड़ताल के समय अपने-अपने घर चले गए थे. जो कि दूर-दराज के गांव में रहते हैं. बुधवार को सभी ड्राइवर काम पर नहीं लौट सके हैं. हालांकि व्यवस्था काफी हद तक पटरी पर लौट आई है. शहर के आस-पास रहने वाले ड्राइवरों ने काम भी संभाल लिया है. चालक, कर्मचारी संघ के सुशील गर्ग ने जानकारी दी कि कई स्थानों पर गाड़ियों को रोक कर चालकों से मारपीट की घटनाएं हो रही है. चक्का जाम और हुज्जतबाजी की जा रही है. इसलिए कई ड्राइवर डरे हुए भी हैं.