कोरबा : छत्तीसगढ़ में सत्ता वापसी को बेकरार बीजेपी ने अपनी चुनावी रणनीति बदली है. इस बार प्रत्याशियों के चयन से पहले पार्टी संगठन से चर्चा कर रही है. जिसके लिए दूसरे राज्यों के विधायकों ने प्रदेश में डेरा डाला था. संगठन के आधार पर मिले फीडबैक को विधायक केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे. कोरबा जैसी हाई प्रोफाइल विधानसभा में बीजेपी ने बिहार सीतामढ़ी की परिहार विधानसभा की विधायक गायत्री देवी को प्रवास पर भेजा था. गायत्री देवी ने एक हफ्ते तक क्षेत्र का दौरा किया.
अलग-अलग मंडलों का किया दौरा : इस दौरान अलग-अलग मंडलों में जाकर कार्यकर्ताओं से बात की.इसके बाद जिलाध्यक्षों से मिलकर वापस लौट गईं.आपको बता दें कि कोरबा विधानसभा में बीजेपी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है.लेकिन मौजूदा प्रत्याशी को लेकर संगठन के कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं.ये भी पार्टी चुनाव से पहले जानना चाह रही है.
मंडलों का दौरा करके की गई है चर्चा : कोरबा प्रवास के दौरान बिहार की विधायक गायत्री देवी ने ईटीवी भारत से खास चर्चा की.गायत्री देवी ने कहा कि संगठन ने हमें कोरबा विधानसभा में भेजा है. हमने यहां के चारों मंडलों का दौरा किया. हमारे साथ जिला अध्यक्ष और बीजेपी के प्रत्याशी भी हैं. लोगों से मेल मुलाकात कर रहे हैं. जो की काफी सकारात्मक रही है.
''मुख्य तौर पर हमें संगठन द्वारा कहा गया है कि जो केंद्र सरकार की योजनाएं हैं. पीएम मोदी द्वारा जो गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही है. धरातल पर उनकी स्थिति क्या है, इसका जायजा हमें लेना है.'' गायत्री देवी, बीजेपी विधायक बिहार
30 बिंदुओं पर संगठन को सौंपेंगे रिपोर्ट : छत्तीसगढ़ में "एक सीट एक ऑब्जर्वर" अभियान के तहत एक तरह से विधायकों को ऑब्जर्वर बनाकर भेजा गया है. यह जानकारी भी मिली है कि शीर्ष नेतृत्व ने दूसरे राज्यों के नेताओं को छत्तीसगढ़ में भेजा है. ताकि जमीनी हकीकत का पता लगाया जा सके. आपको बता दें बिहार, झारखंड ओडिशा और महाराष्ट्र राज्यों के विधायकों ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया है. पार्टी की सूत्रों की माने तो 30 बिंदुओं पर संगठन से जानकारी ली गई है.जिसके आधार पर विधायकों ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है.