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हजरत मोहम्मद साहब पर टिप्पणी के विरोध में कोरबा मुस्लिम समाज ने निकाला मौन जुलूस

पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद पर टिप्पणी (Comment on Prophet Islam Hazrat Muhammad) के विरोध में कोरबा यूथ मुस्लिम कमेटी (Korba Youth Muslim Committee) ने मौन रैली निकाली. मस्लिम समाज ने मनगढ़ंत पुस्तक जारी करने वाले वसीम रिजवी के कृत्य पर कार्रवाई की मांग की है.

korba muslim society
मुस्लिम समाज ने निकाली मौन जुलूस
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Published : Nov 27, 2021, 6:01 PM IST

Updated : Nov 27, 2021, 9:34 PM IST

कोरबा: जिला यूथ मुस्लिम कमेटी कोरबा (District Youth Muslim Committee Korba) ने विशाल मौन रैली निकालकर पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद (Prophet Islam Hazrat Muhammad) के खिलाफ मनगढ़ंत पुस्तक जारी करने वाले वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के कृत्य पर संज्ञान लेने समेत अन्य मांगों के समर्थन में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इसमें जिले भर से मुस्लिम समुदाय के हजारों युवा शामिल हुए.

कोरबा मुस्लिम समाज ने निकाला मौन जुलूस

यह भी पढ़ें: सूरजपुर के एक स्कूल में क्यों है बाल कैबिनेट, लोकतांत्रिक प्रक्रिया से होता है यहां चुनाव

वसीम रिजवी के घृणित कार्य से अत्यंत दुखी यूथ मुस्लिम कमेटी

सौंपे गए ज्ञापन में यूथ मुस्लिम कमेटी द्वारा राष्ट्रपति (भारत सरकार) और मुख्य न्यायाधीश (सुप्रीम कोर्ट) का ध्यानाकर्षण कराते हुए बताया कि वसीम रिजवी ने पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद के नाम पर झूठी मनगढ़ंत पुस्तक का विमोचन किया है. जो कि मुस्लिम समाज को ठेस पहुंचाने और अनेकता में भावना को साम्प्रदायिकता का रंग देने का काम किया है. वहीं भारतीय मुस्लिम समाज ने वसीम रिजवी के घृणित कार्य से अत्यंत दुखी है.

मोहम्मद नामक पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग

कोरबा मुस्लिम समाज द्वारा संवैधानिक एवं प्रजातांत्रिक ढांचों को बनाये रखने की मांग करते हुए वसीम रिजवी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने एवं उसके द्वारा जारी मोहम्मद नामक पुस्तक को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित लगाने की मांग की है.

यूथ मुस्लिम कमेटी ने कहा- इस्लाम अमन का पैगाम

यूथ मुस्लिम कमेटी के एक अन्य सदस्य ने कहा कि इस्लाम अमन का पैगाम है. सामाजिक समरसता, समान न्याय , भाईचारा और वतनपरस्ती ही इस्लाम का संदेश है. साम्प्रदायिकता का भाव रखने वाले किसी भी मजहब के हों, वे देश के भी दुश्मन हैं. जिनसे देश के भाईचारे और अमन चैन को खतरा है. सभी समाज को साम्प्रदायिकता फैलाने वाले लोगों को चिह्नांकित कर बहिष्कार करना चाहिए.

कोरबा: जिला यूथ मुस्लिम कमेटी कोरबा (District Youth Muslim Committee Korba) ने विशाल मौन रैली निकालकर पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद (Prophet Islam Hazrat Muhammad) के खिलाफ मनगढ़ंत पुस्तक जारी करने वाले वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के कृत्य पर संज्ञान लेने समेत अन्य मांगों के समर्थन में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इसमें जिले भर से मुस्लिम समुदाय के हजारों युवा शामिल हुए.

कोरबा मुस्लिम समाज ने निकाला मौन जुलूस

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वसीम रिजवी के घृणित कार्य से अत्यंत दुखी यूथ मुस्लिम कमेटी

सौंपे गए ज्ञापन में यूथ मुस्लिम कमेटी द्वारा राष्ट्रपति (भारत सरकार) और मुख्य न्यायाधीश (सुप्रीम कोर्ट) का ध्यानाकर्षण कराते हुए बताया कि वसीम रिजवी ने पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद के नाम पर झूठी मनगढ़ंत पुस्तक का विमोचन किया है. जो कि मुस्लिम समाज को ठेस पहुंचाने और अनेकता में भावना को साम्प्रदायिकता का रंग देने का काम किया है. वहीं भारतीय मुस्लिम समाज ने वसीम रिजवी के घृणित कार्य से अत्यंत दुखी है.

मोहम्मद नामक पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग

कोरबा मुस्लिम समाज द्वारा संवैधानिक एवं प्रजातांत्रिक ढांचों को बनाये रखने की मांग करते हुए वसीम रिजवी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने एवं उसके द्वारा जारी मोहम्मद नामक पुस्तक को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित लगाने की मांग की है.

यूथ मुस्लिम कमेटी ने कहा- इस्लाम अमन का पैगाम

यूथ मुस्लिम कमेटी के एक अन्य सदस्य ने कहा कि इस्लाम अमन का पैगाम है. सामाजिक समरसता, समान न्याय , भाईचारा और वतनपरस्ती ही इस्लाम का संदेश है. साम्प्रदायिकता का भाव रखने वाले किसी भी मजहब के हों, वे देश के भी दुश्मन हैं. जिनसे देश के भाईचारे और अमन चैन को खतरा है. सभी समाज को साम्प्रदायिकता फैलाने वाले लोगों को चिह्नांकित कर बहिष्कार करना चाहिए.

Last Updated : Nov 27, 2021, 9:34 PM IST
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