कोरबा: उरगा थाना इलाके के शहर में जन सहयोग से लगवाए गए ज्यादातर CCTV कैमरे लंबे वक्त से बंद पड़े हैं. पुलिस विभाग भी इस ओर उदासीन रवैया अपना रही है. जानकारी के मुताबिक पुलिस विभाग ने कई महीनों से बंद कैमरों की ओर ध्यान नहीं दिया है. जबकि ये कैमरे पुलिस के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक कैमरे लगभग ढाई साल पहले लगाए गए थे, लेकिन कई महीनों से बंद पड़े हैं.
जनसहयोग से लगे थे कैमरे
कोरबा जिले के उरगा थाना में लगातार बढ़ती चोरी, चैन स्नैचिंग, उठाईगिरी जैसे अपराधों को देखते हुए लगभग ढाई साल पहले पुलिस ने सभी रास्तों पर और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का विचार किया था, लेकिन इसके लिए पुलिस के पास फंड नहीं था. पुलिस ने शहर के व्यापारियों से सहयोग की अपील की थी. इस अपील के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों के बाहर CCTV कैमरे लगवाए. साथ ही शहर के तमाम चौराहों और मुख्य मार्गों में भी कैमरे लगवाए गए थे.
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मेंटेनेंस की समस्या
CCTV कैमरों को समय-समय पर मेंटेनेंस की जरूरत होती है. ऐसे में मेंटेनेंस न होने की स्थिति में सभी कैमरे बंद हो गए है. अब पुलिस फिर फंड का रोना रो रही है. जिसकी वजह से सभी सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हुए हैं. उरगा थाना प्रभारी लखन पटेल ने बताया है कि कुछ समय से चौक चौराहों के सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं, थाना प्रभारी पटेल खुद मानते हैं कि सीसीटीवी कैमरे अपराध को कम करने में काफी कारगर हैं. इसके नहीं होने से पुलिस को भी परेशानी हो रही है.