ETV Bharat / state

'जब तक किसान विरोधी कानून वापस नहीं होते तब तक करेंगे आंदोलन'

author img

By

Published : Mar 20, 2021, 12:34 PM IST

कोरबा में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज मौजूद रहे.

kisan mahapanchayat Organized in korba
किसान महापंचायत

कोरबा : किसान आंदोलन के समर्थन में जिले के गांव मड़वाढोढा में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा ने महापंचायत का आयोजन किया था. इस दौरान किसान नेताओं के साथ वामपंथी भी सम्मेलन में मौजूद रहें. छत्तीसगढ़ में किसान आंदोलन के समर्थन में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को कोरबा में आयोजित महापंचायत में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज मौजूद रहे.

कॉर्पोरेट घरानों के इशारे पर बनाए गए कानून

किसानों को संबोधित करते हुए महापंचायत के मुख्य वक्ता बादल सरोज ने कहा कि 'सरकार ने यह किसान विरोधी कानून देश के कॉरपोरेट के इशारे पर बनाए हैं. अमेरिका सहित जितने भी देशों में इस तरह के कानूनों को लागू किया गया है. वहां के किसान बर्बाद हो गए हैं. उनकी भूमि पर कॉरपोरेट ने कब्जा कर लिया है. आने वाले दिनों में भारत में भी यही होगा. आज तक मोदी सरकार किसानों को यह नहीं समझा पाई है कि इस कानून में अच्छा क्या है? इस कानून के वापसी की मांग कर रहे हैं. आने वाले समय में हम इस सरकार के वापसी के लिए अभियान चलाएंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे. देश की आजादी के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन है. यह ना सिर्फ किसानों का आंदोलन है, बल्कि देश के हर उस नागरिक का आंदोलन है जो देश को बचाना चाहता है.'

अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो कंपनियों के गोदाम बनेंगे टारगेट : राकेश टिकैत


विस्थापितों की समस्या बरकरार

महापंचायत को छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने भी संबोधित किया, उन्होंने कहा कि 'विस्थापन और पुनर्वास की समस्या अंतहीन है. सरकार उद्योगों के नाम पर जंगलों को समाप्त कर रही है. उनकी जमीन उद्योगों में जा रही है. जब कॉरपोरेट परस्ती की बात आती है तब भाजपा और कांग्रेस का स्टैंड एक जैसा दिखाई देता है. दोनों ही कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हैं.'


छत्तीसगढ़ में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

कोरबा के पहले पत्थलगांव और इसके बाद भी छत्तीसगढ़ में अन्य स्थानों पर किसान नेता महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं. इसके माध्यम से किसान आंदोलन के समर्थन में वह किसानों को जागरूक कर रहे हैं. कोरबा में आयोजित महापंचायत में राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता बादल सरोज के अलावा छत्तीसगढ़ किसान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय पराते, किसान आंदोलन के संयोजक सुदेश टीकम, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के आलोक शुक्ला सहित कोरबा जिले से प्रशांत झा, सुरती कुलदीप, दीपक साहू, जवाहर सिंह, नंदलाल कुमार मौजूद रहे.

कोरबा : किसान आंदोलन के समर्थन में जिले के गांव मड़वाढोढा में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा ने महापंचायत का आयोजन किया था. इस दौरान किसान नेताओं के साथ वामपंथी भी सम्मेलन में मौजूद रहें. छत्तीसगढ़ में किसान आंदोलन के समर्थन में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को कोरबा में आयोजित महापंचायत में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज मौजूद रहे.

कॉर्पोरेट घरानों के इशारे पर बनाए गए कानून

किसानों को संबोधित करते हुए महापंचायत के मुख्य वक्ता बादल सरोज ने कहा कि 'सरकार ने यह किसान विरोधी कानून देश के कॉरपोरेट के इशारे पर बनाए हैं. अमेरिका सहित जितने भी देशों में इस तरह के कानूनों को लागू किया गया है. वहां के किसान बर्बाद हो गए हैं. उनकी भूमि पर कॉरपोरेट ने कब्जा कर लिया है. आने वाले दिनों में भारत में भी यही होगा. आज तक मोदी सरकार किसानों को यह नहीं समझा पाई है कि इस कानून में अच्छा क्या है? इस कानून के वापसी की मांग कर रहे हैं. आने वाले समय में हम इस सरकार के वापसी के लिए अभियान चलाएंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे. देश की आजादी के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन है. यह ना सिर्फ किसानों का आंदोलन है, बल्कि देश के हर उस नागरिक का आंदोलन है जो देश को बचाना चाहता है.'

अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो कंपनियों के गोदाम बनेंगे टारगेट : राकेश टिकैत


विस्थापितों की समस्या बरकरार

महापंचायत को छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने भी संबोधित किया, उन्होंने कहा कि 'विस्थापन और पुनर्वास की समस्या अंतहीन है. सरकार उद्योगों के नाम पर जंगलों को समाप्त कर रही है. उनकी जमीन उद्योगों में जा रही है. जब कॉरपोरेट परस्ती की बात आती है तब भाजपा और कांग्रेस का स्टैंड एक जैसा दिखाई देता है. दोनों ही कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हैं.'


छत्तीसगढ़ में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

कोरबा के पहले पत्थलगांव और इसके बाद भी छत्तीसगढ़ में अन्य स्थानों पर किसान नेता महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं. इसके माध्यम से किसान आंदोलन के समर्थन में वह किसानों को जागरूक कर रहे हैं. कोरबा में आयोजित महापंचायत में राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता बादल सरोज के अलावा छत्तीसगढ़ किसान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय पराते, किसान आंदोलन के संयोजक सुदेश टीकम, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के आलोक शुक्ला सहित कोरबा जिले से प्रशांत झा, सुरती कुलदीप, दीपक साहू, जवाहर सिंह, नंदलाल कुमार मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.