कोरबा : राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा के उद्योग क्षेत्रों के प्रभावितों से मुलाकात कर चौपाल लगाई. इस दौरान उन्होंने पुनर्वास गांवों का दौरा करते हुए व्याप्त समस्याओं पर नाराजगी भी जताई.
मंत्री ने NTPC के अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि, 'यहां की जमीन, यहां का पानी उपयोग करने के बाद जिन लोगों ने अपनी जमीनें छोड़ी हैं, उन्हें ही बुनियादी सुविधाओं से बेदखल होना पड़ रहा है, ऐसी अव्यवस्था बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी'.
'गांव में होनी चाहिए हर सुविधा'
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने NTPC, SECL और CSEB अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि, 'प्रभावित और पुनर्वास ग्रामों में बिजली, शुद्ध पेयजल और इलाज की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए. रोजगार के अवसर पहले स्थानीय लोगों को दिए जाएं'.
'प्रभावितों को मिलनी चाहिए सुविधाएं'
जयसिंह अग्रवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि, 'अब सरकार सीधे प्रभावितों के पास आएगी, अगर प्रभावितों को सुविधा नहीं मिलेगी तो उपक्रम को भी सरकार से सहयोग नहीं मिलेगा'.
'गांव का नाम बदलने के लिए भेजेंगे प्रस्ताव'
इस दौरान ग्रामीणों ने गोपालपुर के आश्रित ग्राम चोर भट्टी का नाम बदलने की मांग भी मंत्री जयसिंह अग्रवाल के सामने रखी. इस पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने ग्रामीणों से सुझाव लेकर चुरभट्टी का नाम बदलकर शांतिविद्या रखने का प्रस्ताव जिला प्रशासन के जरिए शासन को भेजने को कहा है.