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कोरबा: जेल में बंदी की मौत की होगी जांच, कलेक्टर ने जारी किए आदेश

कोरबा में बीते 18 दिसंबर को एक बंदी की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हुई मौत के मामले में 30 दिनों के अंदर जांच पूरी कर प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं. कलेक्टर किरण कौशल ने जांच का आदेश जारी किया है.

Investigation will be done on death of the prisoner in korba
विचाराधीन बंदी की मौत की होगी जांच
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Published : Dec 26, 2020, 8:43 PM IST

कोरबा: बीते 18 दिसंबर को एक बंदी की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हुई मौत के मामले में 30 दिनों के अंदर जांच पूरी कर प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं. डिप्टी कलेक्टर बीआर ठाकुर को जांच अधिकारी बनाया गया है. कलेक्टर किरण कौशल ने जांच का आदेश जारी किया है.

मृतक कैदी राजू तिवारी के परिजन हाल ही में जिले के प्रवास पर रहीं महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक से भी मिले थे. इस दौरान भी उन्होंने उचित जांच की मांग की थी. किरणमई नायक ने मृतक के परिजनों को जल्द से जल्द मामले की जांच का आश्वासन भी दिया था.

कैदी की अचानक बिगड़ी थी तबीयत
जेल में बंदी राजू तिवारी की तबीयत खराब होने पर उसे जेलगार्ड, फार्मासिस्ट और मुख्य प्रहरी द्वारा शासकीय जिला चिकित्सालय भेजा गया था. अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में बंदी का इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही 18 दिसंबर को सुबह साढ़े पांच बजे कैदी की मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला दण्डाधिकारी ने घटना के मेजिस्ट्रीयल जांच के निर्देश दिए हैं.

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सभी पहलुओं पर होगी जांच
जांच के दौरान विचाराधीन बंदी क्या पहले से किसी बीमारी से पीड़ित था, बीमारी की स्थिति में कब-कब इलाज कराया गया, बंदी किस धारा के तहत कितने समय से जेल में परिरूद्ध था, कैदी को जेल में कोई शारीरिक यातना तो नहीं दी गई, बंदी के इलाज के दौरान किन-किन प्रहरियों की ड्यूटी थी और चिकित्सा परीक्षण रिपोर्ट जैसे कई बिंदुओं पर जांच होगी. जांच को आगामी 30 दिनों में पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

कोरबा: बीते 18 दिसंबर को एक बंदी की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हुई मौत के मामले में 30 दिनों के अंदर जांच पूरी कर प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं. डिप्टी कलेक्टर बीआर ठाकुर को जांच अधिकारी बनाया गया है. कलेक्टर किरण कौशल ने जांच का आदेश जारी किया है.

मृतक कैदी राजू तिवारी के परिजन हाल ही में जिले के प्रवास पर रहीं महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक से भी मिले थे. इस दौरान भी उन्होंने उचित जांच की मांग की थी. किरणमई नायक ने मृतक के परिजनों को जल्द से जल्द मामले की जांच का आश्वासन भी दिया था.

कैदी की अचानक बिगड़ी थी तबीयत
जेल में बंदी राजू तिवारी की तबीयत खराब होने पर उसे जेलगार्ड, फार्मासिस्ट और मुख्य प्रहरी द्वारा शासकीय जिला चिकित्सालय भेजा गया था. अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में बंदी का इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही 18 दिसंबर को सुबह साढ़े पांच बजे कैदी की मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला दण्डाधिकारी ने घटना के मेजिस्ट्रीयल जांच के निर्देश दिए हैं.

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सभी पहलुओं पर होगी जांच
जांच के दौरान विचाराधीन बंदी क्या पहले से किसी बीमारी से पीड़ित था, बीमारी की स्थिति में कब-कब इलाज कराया गया, बंदी किस धारा के तहत कितने समय से जेल में परिरूद्ध था, कैदी को जेल में कोई शारीरिक यातना तो नहीं दी गई, बंदी के इलाज के दौरान किन-किन प्रहरियों की ड्यूटी थी और चिकित्सा परीक्षण रिपोर्ट जैसे कई बिंदुओं पर जांच होगी. जांच को आगामी 30 दिनों में पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

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