कोरबा: आदिवासी विभाग में हुए DMF घोटाले पर प्रशासन की ओर से गठित जांच समिति ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. तीन सदस्यीय जांच समिति ने कलेक्टर कार्यालय में अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है.
DME के दुरुपयोग का आरोप
आदिवासी विभाग के तत्कालीन सहायक आयुक्त श्रीकांत दुबे के कार्यकाल में DMF के दुरुपयोग की जांच सरकार की ओर से की गई थी. इस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने जांच समिति गठित की थी. जांच समिति ने कुल 9 बिंदुओं पर जांच की.
कलेक्टर ऑफिस में जमा की गई रिपोर्ट
जांच समिति ने दो हजार पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है, जिसे कलेक्टर कार्यालय में जमा कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि एजुकेशन हब के निर्माण से लेकर छात्रावासों की मरम्मत तक में गड़बड़ी पाई गई.
'की जाएगी उचित कार्रवाई'
जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद मामले में जल्द बड़ी कार्रवाई की बात सामने आ रही है. राजस्व मंत्री और शिकायतकर्ता जयसिंह अग्रवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'जांच रिपोर्ट गड़बड़ियों का जो भी जिक्र है उसे शासन स्तर पर समझा जाएगा और फिर उसमें उचित कार्रवाई की जाएगी.
आय से अधिक संपत्ति के आरोप
बता दें, कि DMF के दुरुपयोग की बात पहले भी विधायक रहते हुए जयसिंह अग्रवाल ने की थी और इस संबंध में शासन को पत्र भी लिखा था. आदिवासी विभाग में पदस्थ बाबू से लेकर प्रभारी तक पर DMF के जरिए करोड़ों की सम्पत्ति बनाने के आरोप भी लगते रहे हैं.