कोरबा: कटघोरा विकड़खण्ड में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए आइसोलेशन को कारगर बताया गया है. लेकिन कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आइसोलेशन की व्यवस्था न होने पर चिकित्सकों ने बाहर से आए लोगों को होम आइसोलेट होने की सलाह दी है, ताकि किसी भी संक्रमित के संपर्क से कोई दूसरा व्यक्ति संक्रमित न हो.
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला कलेक्टर ने सभी विकासखंड के चिकित्सकों को निर्देश जारी किए हैं कि विकासखंड में सभी बाहर से आए लोगों को चिन्हित करें. कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विकासखंड में 50 बिस्तरों का सर्वसुविधा युक्त अस्पताल होने से यहां आसपास के सैकड़ों मरीज अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन इस समय पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं.
कटघोरा विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ( BMO ) डॉ रुद्रपाल कंवर ने बताया कि अभी क्वॉरंटाइन लोगों की सतर्कता के लिए हमारे जिले और छत्तीसगढ़ में आने वाले चाहे विदेश से हो या अन्य प्रदेश से इनमें इंफेक्टेट लोग का चिन्हांकन करना है. वैसे ही कटघोरा ब्लॉक में जो बाहरी आए हैं उनका चिन्हांकन करना है और उन्हें होम आइसोलेट करना है.
कोरबा जिले में जो लोग अन्य राज्यों और विदेश से आए थे उनके लिए कोरबा के रसियन होस्टल में क्वॉरंटाइन वार्ड बनाया गया था. उसमें ये निर्देश जारी हुआ है कि 13 मार्च के बाद इन्फेक्टेड 15 देशों की लिस्ट है, यहां से जो व्यक्ति आएंगे उन्हें क्वॉरंटाइन में रखना है. इसके अलावा जो हमारे भारत के इन्फेक्टेड प्रदेशों से आए लोगों को होम आइसोलेशन में ही रखना है. कटघोरा विकासखंड में बाहर से आए लगभग 215 की सूची है जिन्हें चिन्हांकित कर होम क्वॉरंटाइन में सतत निगरानी में रखा गया है.