कोरबा: लॉकडाउन की दुश्वारियों के बीच जिला अस्पताल में नन्ही परी की किलकारी गूंजी है. HIV पीड़ित महिला ने यहां एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है. प्रसूता बिलासपुर की रहने वाली है. लॉकडाउन की वजह से वह अपने घर नहीं जा पाई और कोरबा में ही फंस गई. बुधवार को जिला अस्पताल में महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया. जन्म के बाद बच्ची को तुरंत ANTI HIV दवा नेवीरापीन का डोज भी पिलाया गया है.
खबर सुनते ही कलेक्टर किरण कौशल ने महिला के सुरक्षित प्रसव के लिए जिला अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई दी और महिला को पहली संतान के रूप में शक्ति स्वरूपा पुत्री प्राप्ति पर शुभकामनाएं दीं. महिला का प्रसव जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. अरुण तिवारी के मार्गदर्शन में सफल हुआ.
लॉकडाउन के कारण नहीं जा पाई अपने घर
जिला अस्पताल कोरबा के सिविल सर्जन डॉ. अरुण तिवारी ने बताया कि 24 साल की एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला लॅाकडाउन के पहले अपने रिश्तेदार के यहां कोरबा आई थी. लॉकडाउन लागू होने के कारण वो यहीं कोरबा में रह गई.
सुरक्षित प्रसव कराने की संपूर्ण सुविधा उपलब्ध
बता दें कि गर्भवती महिला बिलासपुर के अस्पताल में नामांकित थी. जिला एड्स नियंत्रण समिति एवं जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने विश्वास दिलाया कि यहां सुरक्षित प्रसव कराने की संपूर्ण सुविधा उपलब्ध है, ताकि मां और बच्चे को कोई परेशानी नहीं हो. डॉक्टरों के परामर्श पर महिला प्रसव के लिए तैयार हुई. जिसके बाद उसने बच्ची को जन्म दिया. प्रसव के बाद संक्रमित महिला को एआरटी की दवा उपलब्ध कराई गई.