कोरबा/बेमेतरा/कवर्धा: छत्तीसगढ़ में गुरुवार को हरेली पर्व धूमधाम से मनाया गया. किसान ने जहां खेती में उपयोग होने वाले औजारों की पूजा की, वहीं घरों में छत्तीसगढ़ी पकवान भी बनाए गए. लोगों ने अपने कुल देवताओं की पूजा की. सरकार की ओर से हरेली पर्व को राज्य स्तर पर मनाया जा रहा है.
कोरबा में धूमधाम से मनाया गया हरेली
हरेली मूलरूप से ग्रामीण क्षेत्रों का त्योहार है. जो कि छत्तीसगढ़ का पहला पर्व माना जाता है. इस दिन लोक संस्कृति बनाए रखने के लिए गेड़ी में बच्चे और युवा दिख रहे हैं. कटघोरा में शासन के निर्देश पर हरेली पर्व मनाया गया. पर्व के दिन सुबह से शाम तक शहर व ग्रामीण अंचल में विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई. गेड़ी, कबड्डी, नारियल फेंक सहित अन्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में कटघोरा क्षेत्र के आसपास के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
बेमेतरा में अनिला भेड़िया ने पौधरोपण किया
छतीसगढ़ के इस कार्यक्रम में छतीसगढ़ी व्यंजनों के स्टॉल रहे, जहां ठेठरी, खुरमी, बड़ा सोहारी, अरसा, सलौनी का स्वाद लोगों ने चखा. स्कूली छात्राओं द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो कि लोगों का मन मोह लिया. प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने पौध रोपण और कृषि यंत्रों की पूजा पाठ की.
कवर्धा में विधायक मोहम्मद अकबर ने धूमधाम से मनाया हरेली पर्व
छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली को और छत्तीसगढ़ की संस्कृति व परंम्परा को फिर से जीवंत बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने इस दिन छुट्टी घोषित किया है. हरेली कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली की परंपरा को बनाए रखने के लिए सरकार ने अवकाश घोषित किया है. हरेली त्योहार के दिन कृषि यंत्रों की पूजा भी करते है. साथ ही उन मवेशियों की भी पूजा की जाती है जो कृषि कार्य में मदद करते है.
वहीं इस पूरे कार्यक्रम में मंत्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्रकार, मोहम्मद अकबर के पुत्र मोहम्मद अरशद, जिला प्रशासन के आलाधिकारी, जिला कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता समेत बड़ी संख्या में आम जनता मौजूद रहे.