ETV Bharat / state

पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू - संदीप कवंर से मारपीट

पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के बेटे संदीप कंवर और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के बीच विवाद की स्थिति और गहरा गई है. पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने देवेंद्र पांडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस बीच देवेंद्र पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उन्हें शाम होते-होते जमानत भी मिल गई. देवेंद्र पांडे ने एक संक्षिप्त प्रेस कांफ्रेंस में ननकीराम की राजनीति पर तंज कसा है.

-nankiram-kanwar and devendra-pandey -targeting-each-other
ननकीराम कंवर और देवेंद्र पांडे के बीच आरोप-प्रत्यारोप
author img

By

Published : Sep 8, 2020, 8:57 PM IST

कोरबा: पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के बीच गहराया विवाद प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. दोनों ही भाजपा के प्रदेश स्तर के कद्दावर नेता माने जाते हैं. इस हाईप्रोफाइल मामले में अब दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ननकीराम कंवर के CM हाउस के सामने धरना देने की चेतावनी के बाद देवेंद्र पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. देवेंद्र अपनी गाड़ी में बैठकर थाने आए और गिरफ्तारी दी. पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें शाम होते-होते जमानत भी मिल गई. जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर

बताते हैं, विवाद की शुरुआत देवेंद्र पांडे के घर पर हुई थी. ननकीराम के पुत्र जिला पंचायत सदस्य संदीप कंवर अपना पुराना हिसाब-किताब चुकता करने गए थे. ननकीराम और उनके बेटे के अनुसार सृष्टि मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत ननकीराम ने की थी. चेयरमैन अपने खास देवेंद्र पांडे को बनाया था. उसमें संदीप कंवर के 20 लाख रुपए लगे हैं. वहीं पैसा जब देवेंद्र पांडे से वापस मांगा गया तब वह आनाकानी करने लगे. साथ ही संदीप को कॉलेज की गवर्निंग बॉडी का सदस्य भी नहीं बनाया गया है. इधर, दूसरी ओर देवेंद्र पांडे का कहना है कि पैसे वापस भी किए जा चुके हैं. इसी पैसे के लेनदेन को लेकर देवेंद्र पांडे और संदीप कंवर के बीच मारपीट की बात सामने आई थी. रामपुर पुलिस चौकी में पुलिस ने दोनों पक्षों पर काउंटर केस भी दर्ज किया था.

पढ़ें: रायपुर: प्रदेश में जल्द होगा एथेनॉल का उत्पादन, चार कंपनियों के साथ हुआ MOU

ननकीराम कंवर ने दी थी चेतावनी
ननकीराम का कहना है कि देवेंद्र पांडे पर बंधक बनाकर मारपीट किए जाने की धारा 342 रामपुर पुलिस चौकी में लगाया गया था और बाद में हटा दिया गया है. इसे लेकर ननकीराम ने चिट्ठी लिखी थी. जिसके बाद धारा को फिर से जोड़ दिया गया. इस बीच रामपुर चौकी से निरीक्षक राजेश जांगड़े को हटाते हुए एसपी ने लाइन अटैच कर दिया. मामले में कार्रवाई नहीं होता देख ननकीराम ने फिर अपने तेवर दिखाए और कहा कि वह सीएम हाउस के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे. केस में सीएम से मुलाकात भी की, शासन और प्रशासन दोनों पर गंभीर आरोप लगाए. जिसके बाद सोमवार को देवेंद्र पांडे को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया है.

सुबह गिरफ्तारी शाम को जमानत
ननकीराम कंवर के सीएम हाउस के सामने धरना देने की चेतावनी के बाद देवेंद्र पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें शाम होते-होते जमानत भी मिल गई. जबकि सामान्य तौर पर रूटीन के मामलों में पुलिस जब एट्रोसिटी और बंधक बनाकर मारपीट किए जाने जैसी गंभीर और गैर जमानतीय धाराओं के आरोपी को कोर्ट में पेश करती है. तब उसे जमानत नहीं मिलती है.

पढ़ें: बालोद: फुटकर व्यापारियों को मिली मदद, प्रशासन ने दिलाया लोन

दोनों पक्ष लगा रहे एक दूसरे पर आरोप
देवेंद्र पांडेय और ननकीराम दोनों ही एक समय बेहद करीबी हुआ करते थे, लेकिन अब समीकरण बिगड़ चुका हैं. पुत्र से मारपीट के आरोपी देवेंद्र पांडे की ननकीराम ने संपत्ति की जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाए हैं कि सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहते हुए देवेंद्र पांडे ने कई लोगों को फर्जी नौकरी लगवाई थी. ननकीराम के मुताबिक देवेंद्र पांडे के पास आय से अधिक संपत्ति है. जिसकी जांच होनी चाहिए. जबकि जमानत पर छूटते ही देवेंद्र पांडे ने एक संक्षिप्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ननकीराम पुत्र मोह में धृतराष्ट्र हो चुके हैं. उन्हें इसके आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा है.

कोरबा: पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर और सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के बीच गहराया विवाद प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. दोनों ही भाजपा के प्रदेश स्तर के कद्दावर नेता माने जाते हैं. इस हाईप्रोफाइल मामले में अब दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ननकीराम कंवर के CM हाउस के सामने धरना देने की चेतावनी के बाद देवेंद्र पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. देवेंद्र अपनी गाड़ी में बैठकर थाने आए और गिरफ्तारी दी. पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें शाम होते-होते जमानत भी मिल गई. जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर

बताते हैं, विवाद की शुरुआत देवेंद्र पांडे के घर पर हुई थी. ननकीराम के पुत्र जिला पंचायत सदस्य संदीप कंवर अपना पुराना हिसाब-किताब चुकता करने गए थे. ननकीराम और उनके बेटे के अनुसार सृष्टि मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत ननकीराम ने की थी. चेयरमैन अपने खास देवेंद्र पांडे को बनाया था. उसमें संदीप कंवर के 20 लाख रुपए लगे हैं. वहीं पैसा जब देवेंद्र पांडे से वापस मांगा गया तब वह आनाकानी करने लगे. साथ ही संदीप को कॉलेज की गवर्निंग बॉडी का सदस्य भी नहीं बनाया गया है. इधर, दूसरी ओर देवेंद्र पांडे का कहना है कि पैसे वापस भी किए जा चुके हैं. इसी पैसे के लेनदेन को लेकर देवेंद्र पांडे और संदीप कंवर के बीच मारपीट की बात सामने आई थी. रामपुर पुलिस चौकी में पुलिस ने दोनों पक्षों पर काउंटर केस भी दर्ज किया था.

पढ़ें: रायपुर: प्रदेश में जल्द होगा एथेनॉल का उत्पादन, चार कंपनियों के साथ हुआ MOU

ननकीराम कंवर ने दी थी चेतावनी
ननकीराम का कहना है कि देवेंद्र पांडे पर बंधक बनाकर मारपीट किए जाने की धारा 342 रामपुर पुलिस चौकी में लगाया गया था और बाद में हटा दिया गया है. इसे लेकर ननकीराम ने चिट्ठी लिखी थी. जिसके बाद धारा को फिर से जोड़ दिया गया. इस बीच रामपुर चौकी से निरीक्षक राजेश जांगड़े को हटाते हुए एसपी ने लाइन अटैच कर दिया. मामले में कार्रवाई नहीं होता देख ननकीराम ने फिर अपने तेवर दिखाए और कहा कि वह सीएम हाउस के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे. केस में सीएम से मुलाकात भी की, शासन और प्रशासन दोनों पर गंभीर आरोप लगाए. जिसके बाद सोमवार को देवेंद्र पांडे को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया है.

सुबह गिरफ्तारी शाम को जमानत
ननकीराम कंवर के सीएम हाउस के सामने धरना देने की चेतावनी के बाद देवेंद्र पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें शाम होते-होते जमानत भी मिल गई. जबकि सामान्य तौर पर रूटीन के मामलों में पुलिस जब एट्रोसिटी और बंधक बनाकर मारपीट किए जाने जैसी गंभीर और गैर जमानतीय धाराओं के आरोपी को कोर्ट में पेश करती है. तब उसे जमानत नहीं मिलती है.

पढ़ें: बालोद: फुटकर व्यापारियों को मिली मदद, प्रशासन ने दिलाया लोन

दोनों पक्ष लगा रहे एक दूसरे पर आरोप
देवेंद्र पांडेय और ननकीराम दोनों ही एक समय बेहद करीबी हुआ करते थे, लेकिन अब समीकरण बिगड़ चुका हैं. पुत्र से मारपीट के आरोपी देवेंद्र पांडे की ननकीराम ने संपत्ति की जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाए हैं कि सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहते हुए देवेंद्र पांडे ने कई लोगों को फर्जी नौकरी लगवाई थी. ननकीराम के मुताबिक देवेंद्र पांडे के पास आय से अधिक संपत्ति है. जिसकी जांच होनी चाहिए. जबकि जमानत पर छूटते ही देवेंद्र पांडे ने एक संक्षिप्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ननकीराम पुत्र मोह में धृतराष्ट्र हो चुके हैं. उन्हें इसके आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.