कोरबाः जिले के खाद्य विभाग ने शुक्रवार शाम नागरिक आपूर्ति निगम (नान) के गोदामों का जायजा (Civil Supplies Corporation warehouse test of food department) लिया. नान के गोदामों में धान खरीदी के बाद राइस मिलरों द्वारा चावल जमा किया (Food department examines stock at Naans warehouse with stock ) जाता है. पीडीएस की दुकानों को चना और शक्कर जैसे खाद्य पदार्थों की सप्लाई भी यहीं से होती है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इसे रूटीन निरीक्षण बताया है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि घटिया चावल सप्लाई की शिकायत पर विभाग ने गोदामों की जांच पड़ताल (Investigation complaint of substandard rice supply) की है.
देर शाम निकली टीम
जिले में एफसीआई के गोदाम नहीं है, यहां पर राज्य भंडार गृह निगम के गोदाम है, जहां नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा आरक्षण देकर खाद्य पदार्थों का भंडारण किया जाता है. जिले में कोरबा कटघोरा और पाली में राज्य भंडार गृह के गोदाम स्थापित हैं, जहां राइस मिलरों से चावल जमा लिया जाता है और यहीं से उचित मूल्य की दुकानों को सप्लाई भी किया जाता है.
यूं होता है घोटाला
दरअसल, चावल जमा लेते वक्त यह नागरिक आपूर्ति निगम की जिम्मेदारी होती है कि इसकी क्वालिटी का ध्यान रखे, जिसके लिए विभाग के पास क्वालिटी इंस्पेक्टर भी मौजूद होते हैं. कई बार यह शिकायतें बनी रहती है कि राइस मिलों से सांठगांठ कर खराब क्वालिटी का चावल भंडारित कर दिया गया है और इसी खराब चावल को उचित मूल्य पर दुकानों में भी सप्लाई कर दिया जाता है.
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सभी गोदामों में निरीक्षण
खाद्य विभाग ने जिले के सभी गोदामों में निरीक्षण किया है. वर्तमान स्टॉक और सप्लाई किए जाने वाले चावल को भी परखा है. कोरबा के राजगामार रोड स्थित गोदाम में निरीक्षण के बाद अधिकारी रवाना हुए हैं.
अधिकारियों ने बताया रूटीन निरीक्षण
जिला खाद्य अधिकारी जे.के सिंह ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर नान के गोदामों का निरीक्षण किया जा रहा है. चावल के स्टॉक और सप्लाई देखी जा रही है. आगामी सत्र में धान खरीदी के बाद यहां चावल को जमा लिया जाना है. इसकी तैयारियों का भी जायजा लिया जा रहा है, ताकि चावल जमा लेने में कोई दिक्कत ना हो.