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हसदेव नदी में राख डंप किए जाने की होगी जांच: एनके बिजोरा

छत्तीसगढ़ राज्य बिजली उत्पादन कंपनी के एमडी बनाए जाने के बाद एनके बिजोरा ने पहली बार कोरबा के पावर प्लांट्स का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने हसदेव नदी में राख डंप करने के मामले की जांच कराए जाने की बात कही है.

Dumping of ash in Hasdeo river at korba will be investigated
पावर प्लांट
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Published : Mar 16, 2020, 10:40 AM IST

Updated : Mar 16, 2020, 3:22 PM IST

कोरबा: छत्तीसगढ़ राज्य बिजली उत्पादन कंपनी के एमडी बनने के बाद एनके बिजोरा पहली बार कोरबा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कंपनी के अधिकारियों की बैठक ली और पावर प्लांट्स का जायजा भी लिया. उन्होंने HTPS प्लांट के करीब हसदेव नदी के पास के डुबान क्षेत्र में राख डंप करने के विषय में जानकारी लेने की बात कही है. साथ ही उन्होंने पावर प्लांट्स में पर्याप्त कोयला होने की बात भी कही है.

हसदेव नदी में राख डंप किए जाने के जांच की मांग

दर्री के धनुहारपार में स्थित HTPS प्लांट के पास हसदेव नदी के डुबान क्षेत्र में राख भरा गया है. इसे लेकर बिजली उत्पादन कंपनी ने टेंडर भी जारी किया था. नदी के किनारे पिचिंग कराई जानी थी, जिससे की राख बहकर नदी में न मिले लेकिन ऐसा नहीं किया गया था. इस काम में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है जिसकी वजह हसदेव नदी भी प्रदूषित हो रही है. इसे लेकर बिजोरा ने जांच की बात कही है.

केंद्रीय पुल से भी ली जा रही बिजली
एनके बिजोरा ने बताया कि पॉवर प्लांटों में पर्याप्त कोयला है. कोरबा वेस्ट प्लांट के पास 4 लाख टन कोयले का स्टॉक है. प्रदेश में 4 हजार मेगावाट बिजली की डिमांड है. पॉवर प्लांट्स से लगभग 3 हजार 500 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है. केन्द्रीय पुल से बिजली ली जा रही है. अभी राख का 68 प्रतिशत यूटिलाइजेशन हो रहा है. इसे 100 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है.

सोलर प्लांट लगाने पर भी चर्चा
उत्पादन कंपनी के एमडी बिजोरा ने थर्मल पावर प्लांट से होने वाले प्रदूषण और दुष्प्रभावों के मद्देनजर सोलर पावर प्लांट लगाने पर भी जोर दिया है. इसके लिए अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में सोलर पावर प्लांट लगाने की संभावनाओं पर कार्य योजना तैयार करने की भी बात कही है.

कोरबा: छत्तीसगढ़ राज्य बिजली उत्पादन कंपनी के एमडी बनने के बाद एनके बिजोरा पहली बार कोरबा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कंपनी के अधिकारियों की बैठक ली और पावर प्लांट्स का जायजा भी लिया. उन्होंने HTPS प्लांट के करीब हसदेव नदी के पास के डुबान क्षेत्र में राख डंप करने के विषय में जानकारी लेने की बात कही है. साथ ही उन्होंने पावर प्लांट्स में पर्याप्त कोयला होने की बात भी कही है.

हसदेव नदी में राख डंप किए जाने के जांच की मांग

दर्री के धनुहारपार में स्थित HTPS प्लांट के पास हसदेव नदी के डुबान क्षेत्र में राख भरा गया है. इसे लेकर बिजली उत्पादन कंपनी ने टेंडर भी जारी किया था. नदी के किनारे पिचिंग कराई जानी थी, जिससे की राख बहकर नदी में न मिले लेकिन ऐसा नहीं किया गया था. इस काम में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है जिसकी वजह हसदेव नदी भी प्रदूषित हो रही है. इसे लेकर बिजोरा ने जांच की बात कही है.

केंद्रीय पुल से भी ली जा रही बिजली
एनके बिजोरा ने बताया कि पॉवर प्लांटों में पर्याप्त कोयला है. कोरबा वेस्ट प्लांट के पास 4 लाख टन कोयले का स्टॉक है. प्रदेश में 4 हजार मेगावाट बिजली की डिमांड है. पॉवर प्लांट्स से लगभग 3 हजार 500 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है. केन्द्रीय पुल से बिजली ली जा रही है. अभी राख का 68 प्रतिशत यूटिलाइजेशन हो रहा है. इसे 100 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है.

सोलर प्लांट लगाने पर भी चर्चा
उत्पादन कंपनी के एमडी बिजोरा ने थर्मल पावर प्लांट से होने वाले प्रदूषण और दुष्प्रभावों के मद्देनजर सोलर पावर प्लांट लगाने पर भी जोर दिया है. इसके लिए अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में सोलर पावर प्लांट लगाने की संभावनाओं पर कार्य योजना तैयार करने की भी बात कही है.

Last Updated : Mar 16, 2020, 3:22 PM IST
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