कोरबा : जिले के बालगृह के दो बच्चे भागकर नहर में चलाने गए. इनमें से एक बच्चे ने तो अपनी जान बचा ली, लेकिन दूसरे का पता नहीं चल पाया है. दर्री क्षेत्र में यह बालगृह महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन एनजीओ द्वारा संचालित है. कोरबा में बालगृह से बच्चे के भागने का मामला उजागर होने बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है. वहीं गोताखोर अब तक पानी में डूबे बच्चे बालक की तलाश में जुटे हुए हैं. इधर, कलेक्टर ने बाल गृह के अधीक्षक को हटाने के निर्देश जारी कर जांच बिठा दी है.
24 घंटे बाद थाने में दी सूचना
दर्री क्षेत्र में महिला बाल विकास विभाग के अधीन एनजीओ सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन रूरल एंड ट्राइबल (स्त्रोत) द्वारा बालक बालगृह का संचालन किया जाता है. यहां अनाथ बच्चों को आवासीय सुविधा प्रदान की गई है. यहां के बच्चे शिक्षा के लिए स्कूल भी आना-जाना करते हैं. दो दिन पहले यहां से दो बच्चे लापता हो गए थे. इसके बाद बाल गृह में हड़कंप मच गया. पता चला कि गायब हुए दोनों बच्चे रूमगड़ा स्थित नहर में नहाने गए हैं. उनमें से किशोर महावीर घसिया पिता स्व. प्रेमलाल घसिया नहर में डूब गया है. इसके बाद बाल गृह प्रबंधन ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
लापता बालक के माता-पिता दोनों नहीं
फिलहाल लापता बालक की तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि लापता बालक के माता-पिता दोनों नहीं हैं. वह अपने रिश्तेदारों के यहां शहर के राताखार का रहने वाला है. उसे बालगृह में रखा गया था. लापता बालक के जो परिजन राताखार में रहते हैं, उन्हें भी इसकी सूचना दी गई है. बाल गृह में ऐसे बच्चों को रखा जाता है, जिनके माता-पिता नहीं हैं. इनके भरण-पोषण की जिम्मेदारी एनजीओ के माध्यम से सरकार उठाती है.
कलेक्टर ने दिये अधीक्षक को हटाने के निर्देश
कलेक्टर ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. इसमें अपर कलेक्टर, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी व दर्री के सीएसपी शामिल हैं. वहीं डीएम ने बाल गृह के अधीक्षक जयप्रकाश जयसवाल को हटाने का निर्देश दिया है.