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कोरबा: शिक्षा विभाग पर लगा टेंडर में गड़बड़ी का आरोप, सीएम से हुई शिकायत

कोरबा जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर टेंडर में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. रीना अजय जायसवाल का आरोप है कि विभाग ने टेंडर निकाला, लेकिन राशि का कहीं जिक्र नहीं किया. उन्होंने टेंडर में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. इसके मामले में जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर शिकायत की है.

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शिक्षा विभाग पर टेंडर घोटाला का आरोप
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Published : Aug 1, 2020, 9:20 PM IST

Updated : Aug 1, 2020, 11:14 PM IST

कोरबा: शिक्षा विभाग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. इस बार जिला पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा स्थाई समिति की अध्यक्ष रीना अजय जायसवाल ने शिक्षा विभाग पर टेंडर में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है. इसके लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर शिकायत की है. पत्र में उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. जिसमें तीन टेंडर में अनावश्यक चीजों को जोड़कर भ्रष्टाचार करने की बात कही है, जबकि किसी भी कार्य के टेंडर में राशि का उल्लेख नहीं किया गया है.

शिक्षा विभाग पर लगा टेंडर में गड़बड़ी का आरोप
दरअसल, हाल ही में शिक्षा विभाग ने 3 टेंडर जारी किया है, जिसमें आवासीय कला, शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र, स्त्रोत संसाधन केंद्र के लिए सहायक उपकरणों उपलब्ध कराए जाने से सम्बधित है. दूसरा टेंडर स्टेनलेस स्टील, तापमान रोधी, जल भंडारण टंकी, के लिए जारी किया गया है. जबकि तीसरा टेंडर बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी, नैपकिन के लिए जारी किया गया है. इस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष का आरोप है कि सभी टेंडर में अनुमानित राशि का उल्लेख नहीं किया गया है, जोकि बेहद आपत्तिजनक है.

राज्य शासन के नियमों का किया गया उल्लंघन

जिले में शाला त्यागी और दिव्यांग बच्चों को भी आवासीय शिक्षा देने की योजना है, लेकिन योजना के शुरू होने से पहले ही यह विवादों में घिर गया है. जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने इसकी शिकायत की है. कहा है कि नई राह में सहायक उपकरण प्रदाय करने के लिए निविदा मंगाई गई है. निविदा में एक साथ फर्नीचर, कंप्यूटर, स्पोर्ट्स, कपड़े, बर्तन, सिविल वर्क, दिव्यांगों के उपकरण के लिए एक ही निविदा जारी की गई है. जिन सामग्रियों की विभाग को आवश्यकता है. उनमें से कई वस्तुएं सरकारी विभाग के सीएसआईडीसी में पंजीकृत हैं. बावजूद इसके सीएसआईडीसी के माध्यम से खरीदी न कर राज्य शासन के मापदंडों का भी उल्लंघन किया जा रहा है.

शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं

बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडेय हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं. लगातार शिकायतें हो रही है, 2 दिन पहले अजाक्स ने भी उत्कृष्ट विद्यालय में भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने निविदा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. नियमित अंतरालों पर शिकायत के बाद भी डीईओ पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

शिक्षा मंत्री से लिखित शिकायत

हाल ही में जिले के प्रवास पर आए शिक्षा मंत्री से भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डीईओ की लिखित शिकायत की थी. बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे भ्रष्टाचार और अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त होने की चर्चा है. मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे को संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. इसलिए इस पूरे मामले में उनका पक्ष नहीं मिल पाया है.

कोरबा: शिक्षा विभाग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. इस बार जिला पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा स्थाई समिति की अध्यक्ष रीना अजय जायसवाल ने शिक्षा विभाग पर टेंडर में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है. इसके लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर शिकायत की है. पत्र में उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. जिसमें तीन टेंडर में अनावश्यक चीजों को जोड़कर भ्रष्टाचार करने की बात कही है, जबकि किसी भी कार्य के टेंडर में राशि का उल्लेख नहीं किया गया है.

शिक्षा विभाग पर लगा टेंडर में गड़बड़ी का आरोप
दरअसल, हाल ही में शिक्षा विभाग ने 3 टेंडर जारी किया है, जिसमें आवासीय कला, शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र, स्त्रोत संसाधन केंद्र के लिए सहायक उपकरणों उपलब्ध कराए जाने से सम्बधित है. दूसरा टेंडर स्टेनलेस स्टील, तापमान रोधी, जल भंडारण टंकी, के लिए जारी किया गया है. जबकि तीसरा टेंडर बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी, नैपकिन के लिए जारी किया गया है. इस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष का आरोप है कि सभी टेंडर में अनुमानित राशि का उल्लेख नहीं किया गया है, जोकि बेहद आपत्तिजनक है.

राज्य शासन के नियमों का किया गया उल्लंघन

जिले में शाला त्यागी और दिव्यांग बच्चों को भी आवासीय शिक्षा देने की योजना है, लेकिन योजना के शुरू होने से पहले ही यह विवादों में घिर गया है. जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने इसकी शिकायत की है. कहा है कि नई राह में सहायक उपकरण प्रदाय करने के लिए निविदा मंगाई गई है. निविदा में एक साथ फर्नीचर, कंप्यूटर, स्पोर्ट्स, कपड़े, बर्तन, सिविल वर्क, दिव्यांगों के उपकरण के लिए एक ही निविदा जारी की गई है. जिन सामग्रियों की विभाग को आवश्यकता है. उनमें से कई वस्तुएं सरकारी विभाग के सीएसआईडीसी में पंजीकृत हैं. बावजूद इसके सीएसआईडीसी के माध्यम से खरीदी न कर राज्य शासन के मापदंडों का भी उल्लंघन किया जा रहा है.

शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं

बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडेय हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं. लगातार शिकायतें हो रही है, 2 दिन पहले अजाक्स ने भी उत्कृष्ट विद्यालय में भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने निविदा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. नियमित अंतरालों पर शिकायत के बाद भी डीईओ पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

शिक्षा मंत्री से लिखित शिकायत

हाल ही में जिले के प्रवास पर आए शिक्षा मंत्री से भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डीईओ की लिखित शिकायत की थी. बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे भ्रष्टाचार और अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त होने की चर्चा है. मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे को संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. इसलिए इस पूरे मामले में उनका पक्ष नहीं मिल पाया है.

Last Updated : Aug 1, 2020, 11:14 PM IST
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