कोरबा: कोरोना वायरस को लेकर विश्वभर में डर का माहौल है. इससे अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं भारत में भी कोरोना से 2 की मौत और 117 मरीज कोरोना के गिरफ्त में है, लेकिन जिले के दीपका क्षेत्र में एक निजी स्कूल सरकार के आदेश के बाद भी कैंप लगाकर बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा था. मामले की जानकारी लगते ही प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई है.
दरअसल, निजी स्कूल अक्सर सरकारी विभाग के आदेशों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते. सरकारी अधिकारी भी सदैव निजी स्कूलों को नियमों में बांध पाने में नाकामयाब रहते हैं. स्कूल की मनमानी और विभाग की निष्क्रियता के कारण ही दीपका के निजी स्कूल में कोरोना वायरस के साये में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा था, जबकी वर्तमान परिवेश में स्कूल, कॉलेज की परीक्षाओं पर रोक लगा दी गई है.
'भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए'
मामले में डॉ. शतदल नाथ का कहना है कि 'अभी किसी भी भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए. बच्चे और बूढ़े आसानी से सर्दी जुकाम की चपेट में आ जाते हैं. इसलिए बच्चों को जमाकर समर कैंप जैसा आयोजन किसी भी हाल में नहीं करना चाहिए. बच्चों में एहतियात बरतने की समझदारी नहीं होती'.