कोरबा: लोकसभा चुनाव में सुरक्षा के मद्देनजर पेट्रोल पंपों पर बोतल में पेट्रोल देने पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. ऐसे में शहर के गैराज चलाने वाले और सैंकड़ों लोगों को परेशानी उठानी पड़ सकती है. बुधवार से पेट्रोल पंप संचालकों ने डिब्बों बोतलों में पेट्रोल देना बंद कर दिया है.
दरअसल लोकसभा चुनाव में सुरक्षा के मद्देनजर से यह कदम उठाया गया है. चुनाव में पेट्रोल का दुरुपयोग किसी भी अप्रिय घटना के लिए न हो इस वजह से यह फैसला लिया गया ह. आमतौर पर कुछ असामाजिक तत्व पेट्रोल का गलत इस्तेमाल कर क्षेत्र में अशांति फैलाने के लिए कर सकते है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी है.
निराश लौटे लोग
गुरुवार को जब कुछ लोग बोतल लेकर पेट्रोल लेने पहुंचे तो उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा. जिले में हज़ारों बड़ी गाड़ियों का आना जाना होता है. कोरबा औद्योगिक नगरी होने के वजह से पेट्रोल की खपत बहुत है. साथ ही नेशनल परमिट की हजारों गाड़ियां यहां से माल का ट्रांसपोर्टिंग करती हैं. ऐसे में बोतल और डिब्बों में पेट्रोल का लेन देन आम है. साथ ही गैरेज में काम करने वाले और लम्बी दूरी की सफर तय करने वाले आम लोग भी पेट्रोल को स्टॉक में रख कर निकलते हैं. इन सब लोगों को परेशानी उठानी पड़ सकती है.
पेट्रोल पम्प संचालकों का कहना है कि उन्हें मौखिक में आदेश मिल गया है. लिखित में आदेश न मिलने की वजह से पेट्रोल पंप नहीं लगाया जा सका है. इस वजह से लोगों को असुविधा हो रही है. ये रोक चुनाव आचार संहिता खत्म होने तक लगी रहेगी.