कोरबा: रास्ता रोककर मारपीट बलवा और लूट के आरोप में पुलिस ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारी दिलीप मिरी को गिरफ्तार किया है. उसे कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. बता दें एक निजी कंपनी की ओर से उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है.
दीपिका थानेदार हरीश टांडेकर ने बताया कि कुछ दिन पहले रतिजा स्थित एक निजी कंपनी के पावर प्लांट के सामने दिलीप मिरी और उसके समर्थकों ने धरना प्रदर्शन करते हुए गेट को जाम किया था. इससे कंपनी की कार्यों पर असर पड़ा. कंपनी की ओर से एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. शिकायत में रास्ता रोककर कर्मचारियों से मारपीट और लूट का आरोप लगाया गया था.
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पुलिस ने की मामले की जांच
कंपनी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की . जिसके बाद शनिवार को एक आरोपी दिलीप मिरी को गिरफ्तार किया गया. उसके खिलाफ दीपका थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. एक आरोपी उमा गोपाल ने थाने में समर्पण किया है.
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थानेदार ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है. क्रांति सेना ने केस को फर्जी बताया है. दिलीप की गिरफ्तारी की खबर सुनकर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग थाने पहुंचे थे. लोगों ने दिलीप को रिहा करने की मांग पुलिस से की है. लेकिन पुलिस ने कानूनी प्रावधानों का हवाला देकर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.