कोरबा: सरकार ने अपने प्रयासों से निजी संस्थाओं और ठेले खोमचे वालों को भी डीजिटल पेमेंट से जोड़ दिया. लेकिन खुद सरकारी विभाग अब भी डिजिटल पेमेंट को पूरी तरह से नहीं अपना सका है. यही कारण है कि ज्यादातर सरकारी विभागों में कैश में ही पैसे लेकर जनता को सुविधा दी जाती है. हालांकि धीरे धीरे अब सरकारी विभाग भी डिजिटल पेमेंट (Digital payment fasility sterted in post office) की ओर बढ़ रहे हैं. कोरबा के प्रधान डाकघर में डिजिटल पेमेंट की शुरुआत हो चुकी है. जहां यूपीआई के माध्यम से डिजिटल पेमेंट कर लोग सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. korba latest news
हर जगह मिले डिजिटल पेमेंट की सुविधा: शहर के जय कुमार साहू आयुर्वेदिक दवाओं की सप्लाई करते हैं. वह दवाओं को स्पीड पोस्ट के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं. जय कुमार कहते हैं कि "अभी मैं एक दवा का पैकेट स्पीड पोस्ट करने आया हूं. पहले खुदरा पैसों को लेकर काफी चिक चिक होती थी. कर्मचारी कहते थे कि खुदरा पैसे लेकर आओ, तभी स्पीड पोस्ट कर सकेंगे. जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब डिजिटल पेमेंट के जरिए स्पीड पोस्ट के लिए जितना शुल्क डाकघर (post office korba) द्वारा लिया जाता है. उतने पैसे हम दे सकते हैं. डिजिटल पेमेंट एक बेहद कारगर तरीका है. इसे सभी सरकारी विभागों में अनिवार्य किया जाना चाहिए.
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कैशलेस पेमेंट से जनता को लाभ: रवि प्रसाद टंडन डाकघर टिकट लेने पहुंचे थे. रवि का कहना है कि "आमतौर पर निजी संस्थानों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा मिलती है, लेकिन सरकारी विभाग में अब तक डिजिटल पेमेंट उतना प्रचलन में नहीं है, लेकिन कैशलेस सुविधा यहां भी दी जानी चाहिए. जिससे कि जनता को डिजिटल पेमेंट का विकल्प मिल सके, क्योंकि आजकल ज्यादातर लोग कैश लेकर नहीं चलते हैं. इसलिए कैशलेस पेमेंट का विकल्प हर स्थान पर होना चाहिए."
सभी तरह की सुविधाओं के लिए मिले डिजिटल पेमेंट: कोरबा शहर के कोसाबाड़ी स्थित प्रधान डाकघर के पोस्ट मास्टर विजय दुबे का कहना है कि "डाकघर में अब सभी तरह के पेमेंट का भुगतान डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है. फिर चाहे वह ₹1 की टिकट हो या ₹25 का स्पीड पोस्ट. लोग क्यूआर कोड को स्कैन कर डीजल पेमेंट कर सकते हैं. खाते में पैसे हस्तांतरित करने के लिए भी डाक विभाग ने डिजिटल पेमेंट का ऑपशन दिया है. हम अब कैश में पैसे लेने के बजाय डिजिटल पेमेंट को ज्यादा महत्व दे रहे हैं."