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कोरबा: डायल 112 ने 46 हजार लोगों को पहुंचाई मदद, फर्जी कॉल ने भी किया परेशान - Fake calls also disturbed

डायल 112 आपातकालीन स्थिति में लोगों तक पहुंचती है. शहरी इलाकों में रिस्पांस टाइम 10 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में रिस्पांस टाइम आधे घंटे का है. इस अवधि में ही सेवा लोगों तक पहुंचने की कोशिश होती है. मौके की नजाकत को देखते हुए त्वरित निराकरण के साथ ही प्रकरण को थानों तक भी पहुंचाया जाता है.

46 thousand cases in korba
46 हजार मामलों में लोगों तक पहुंचाई मदद
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Published : Jan 4, 2020, 7:19 AM IST

Updated : Jan 4, 2020, 8:53 AM IST

कोरबा: डायल 112 प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. लोग आपात स्थिति में डायल 112 से मदद लेते हैं. बीते साल डायल 112 वाहन 46 हजार से भी अधिक मामलों में इन्वॉल्व रही. महिला संबंधित अपराधों से लेकर सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने तक के लिए डायल 112 की मदद ली गई है.

डायल 112 ने 46 हजार लोगों को पहुंचाई मदद
डायल 112 आपातकालीन स्थिति में लोगों की मदद करती है. शहरी इलाकों में रिस्पांस टाइम 10 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में रिस्पांस टाइम आधे घंटे का है. इस अवधि में ही सेवा लोगों तक पहुंचने की कोशिश होती है. मौके की नजाकत को देखते हुए त्वरित निराकरण के साथ ही प्रकरण को थानों तक भी पहुंचाया जाता है.फेक कॉल की भरमारडायल 112 के माध्यम से एक तरफ जहां लोगों को मदद मिल रही है. वहीं दूसरी ओर फेक कॉल की भी भरमार है. कई बार लोग डायल 112 की टीम को गलत जानकारी देकर गुमराह करते हुए पाए गए हैं. जिससे अनावश्यक तौर पर विभाग का समय नष्ट होता है.किन प्रकरणों का हुआ निपटारा
  • सड़क दुर्घटना-4208
  • न्यूसेंस- 3265
  • शारीरिक अपराध- 3694
  • महिला संबंधित अपराध- 2815
  • संपत्ति संबंधित अपराध- 322
  • पुलिस से संबंधित अन्य प्रकरण- 15172
  • मेडिकल प्रकरण- 16884
  • फायर प्रकरण- 355
  • कुल योग- 46715

24 घंटे रहते हैं तैनात
डायल 112 के प्रभारी रुबेन कुजूर का कहना है कि 'डायल 112 की टीम 24 घंटे मुस्तैद रहती है. लोगों तक मदद पहुंचाई जाती है. आपात स्थिति में लोग लगातार 112 का नंबर डायल कर मदद लेते हैं.

कोरबा: डायल 112 प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. लोग आपात स्थिति में डायल 112 से मदद लेते हैं. बीते साल डायल 112 वाहन 46 हजार से भी अधिक मामलों में इन्वॉल्व रही. महिला संबंधित अपराधों से लेकर सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने तक के लिए डायल 112 की मदद ली गई है.

डायल 112 ने 46 हजार लोगों को पहुंचाई मदद
डायल 112 आपातकालीन स्थिति में लोगों की मदद करती है. शहरी इलाकों में रिस्पांस टाइम 10 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में रिस्पांस टाइम आधे घंटे का है. इस अवधि में ही सेवा लोगों तक पहुंचने की कोशिश होती है. मौके की नजाकत को देखते हुए त्वरित निराकरण के साथ ही प्रकरण को थानों तक भी पहुंचाया जाता है.फेक कॉल की भरमारडायल 112 के माध्यम से एक तरफ जहां लोगों को मदद मिल रही है. वहीं दूसरी ओर फेक कॉल की भी भरमार है. कई बार लोग डायल 112 की टीम को गलत जानकारी देकर गुमराह करते हुए पाए गए हैं. जिससे अनावश्यक तौर पर विभाग का समय नष्ट होता है.किन प्रकरणों का हुआ निपटारा
  • सड़क दुर्घटना-4208
  • न्यूसेंस- 3265
  • शारीरिक अपराध- 3694
  • महिला संबंधित अपराध- 2815
  • संपत्ति संबंधित अपराध- 322
  • पुलिस से संबंधित अन्य प्रकरण- 15172
  • मेडिकल प्रकरण- 16884
  • फायर प्रकरण- 355
  • कुल योग- 46715

24 घंटे रहते हैं तैनात
डायल 112 के प्रभारी रुबेन कुजूर का कहना है कि 'डायल 112 की टीम 24 घंटे मुस्तैद रहती है. लोगों तक मदद पहुंचाई जाती है. आपात स्थिति में लोग लगातार 112 का नंबर डायल कर मदद लेते हैं.

Intro:कोरबा। डायल 112 छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी परियोजना है। लोग आपात स्थिति में 112 डायल का मदद प्राप्त करते हैं। पिछले साल 112 की वाहन 46 हजार से भी अधिक मामलों में इन्वॉल्व रही। महिला संबंधित अपराधों से लेकर सड़क दुर्घटना में घायल लोगों ने भी डायल 112 से मदद ली है।


Body:डायल 112 आपातकालीन स्थिति में लोगों तक पहुंचती है। शहरी इलाकों में रिस्पांस टाइम 10 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में रिस्पांस टाइम आधे घंटे का है। इस अवधि में ही वाहन लोगों तक पहुंचती है और मौके की नजाकत को देखते हुए त्वरित निराकरण के साथ ही प्रकरण को थानों तक भी पहुंचाया जाता है।

फेक कॉल की भरमार
डायल 112 के माध्यम से एक तरफ लोग जहां मदद प्राप्त कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर फेक कॉल की भी भरमार है। कई बार लोग डायल 112 की टीम को गलत जानकारी देकर गुमराह करते हुए पाए गए हैं। जिससे अनावश्यक तौर पर विभाग का समय नष्ट होता है।


Conclusion:प्रकरणों का हुआ निपटारा
सड़क दुर्घटना-4208
न्यूसेंस- 3265
शारीरिक अपराध- 3694
महिला संबंधित अपराध- 2815
संपत्ति संबंधित अपराध- 322
पुलिस से संबंधित अन्य प्रकरण- 15172
मेडिकल प्रकरण- 16884
फायर प्रकरण- 355
कुल योग- 46715

24 घंटे रहते हैं तैनात
डायल 112 के प्रभारी और रुबेन कुजूर का कहना है कि डायल 112 की टीम 24 घंटे मुस्तैद रहती है। लोगों तक मदद पहुंचाई जाती है। आपात स्थिति में लोग लगातार 112 का नंबर डायल कर मदद प्राप्त कर रहे हैं।
Last Updated : Jan 4, 2020, 8:53 AM IST
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