कोरबा: आजकल प्यार में धोखा और हत्या का मामला आए दिन सामने आता रहता है. इस बीच कोरबा जिले से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जिले में एक शख्स ने अपनी गर्लफ्रैंड की पहले तो हत्या कर दी. फिर अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे जंगल में दफना दिया. जांच के दौरान जब मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हत्या के बाद बनाया किडनैपिंग का बहाना: कोरबा जिले के बांगो थाना क्षेत्र में पहले तो बॉयफ्रेंड ने अपनी गर्लफ्रेंड को ही बेरहमी से गला दबाकर मार दिया. फिर कन्फ्यूजन पैदा करने के लिए अपने दोस्तों के साथ गर्लफ्रेंड के पिता को फोन कर 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. आरोपी द्वारा फिरौती की मांग करना ही मामले में अहम सुराग बना. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर किडनैपिंग का केस दर्ज कर लिया. इसके बाद से सभी आरोपी आरोपी फरार हो गए थे. पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी.
जानिए क्या है पूरा मामला: कोरबा के बांगो थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव लेपरा निवासी कृष्णा विश्वकर्मा ने 30 सितंबर को अपनी बेटी संतोषी विश्वकर्मा(28) के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. कहा कि बेटी सिलाई सीखने कोरबा जा रही हूं, ऐसा कहकर घर से गई है. जो 2 दिन बाद भी वापस घर नहीं आयी है. संतोषी के पिता ने पुलिस को यह भी बताया की बेटी के फोन नंबर से ही किसी अज्ञात व्यक्ति ने बात कर फिरौती मांगी है. कहां कि हमने तुम्हारी बेटी को किडनैप कर लिया है. जिसे जिंदा देखना चाहते हो तो 15 लख रुपए बताए गए स्थान पर पहुंचा दो
दो महीने बाद केस की जांच में आई तेजी: बांगो थाना में यह शिकायत 2 महीने पहले ही की गई थी. लेकिन तत्कालीन टीआई और जिले के एसपी उदय किरण ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया. तेजी तब आई जब जिले में नए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला की पोस्टिंग हुई. जिन्होंने क्राइम मीटिंग के दौरान पेंडिंग मामलों को निपटने के आदेश दिये. परिवार ने नए एसपी के समक्ष भी एक आवेदन पेश कर बेटी को ढूंढने की गुहार लगाई. किडनैपिंग की विवेचना के दौरान पुलिस ने टीम गठित कर अलग- अलग जगह पाली, पोडी, रतनपुर, सकरी बिलासपुर में दबिश दी. पुलिस को कुछ लोगों पर संदेह भी था. जो लगातार जगह बदलकर गिरफ्तारी के डर से छिप रहे थे.
लगातार मामला पकड़ रहा था तूल: मामला लगातार तूल पकड़ रहा था. उसके बाद आरोपियों को डर हो गया कि वह इस केस में फंस जाएंगे. इसलिए सभी आरोपी 28 नवंबर को कटघोरा के कोर्ट में राहत के लिए सरेंडर करने पहुंचे थे. यहां पुलिस ने रिमांड का आवेदन पेश किया. कोर्ट ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को 24 घण्टे की रिमांड दे दी. तब पुलिस ने अपने तरीके से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कत्ल की बात भी स्वीकार कर लिया. कड़ाई से पूछने पर आरोपी सोनू लाल साहू(27) के द्वारा गला दबाकर कत्ल करने और थाना पाली के केराझरिया जंगल में अन्य चार साथियों संदीप भोई, विरेन्द्र भोई, सुरेन्द्र भोई और जीवा राव के साथ मिलकर जमीन में दफना देने की बात कबूल की. पांच आरोपियों में वीरेंद्र और सुरेंद्र सगे भाई हैं. मुख्य आरोपी सोनू(27) को छोड़ चारों में 2 की 19 और बाकी 2 आरोपियों की उम्र 21 वर्ष है.
आरोपी पहले से था शादीशुदा: मामले का मुख्य आरोपी पहले से ही शादीशुदा है. हालांकि काफी समय से मृतका से उसका अफेयर चल रहा था. जब उसने शादी का दवाब बनाया तब उसने हत्या कर दिया. फिर अपने दोस्तों के साथ शव को दफना दिया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों के बताए जगह से मृतका के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस ने शव को दफनाने में इस्तेमाल किए औजारों को भी जब्त कर लिया है.
2 महीने पहले बांगो थाना क्षेत्र से एक लड़की गुमशुदा हुई थी. आरोपियों ने लड़की के पिता से अपहरण करने की बात कही. फिरौती के तौर पर 15 लाख रुपए की मांग की. उससे पहले आरोपी ने लड़की की हत्या कर अपने दोस्तों के साथ शव को दफना दिया था. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग, फिरौती और हत्या की सभी धाराएं कायम रखी गई है. -जितेंद्र शुक्ला, एसपी
मुख्य आरोपी के दोस्त जीवा से भी मृतका की थी बातचीत :इस मामले में पुलिस ने कुल पांच लोगों का आरोपी बनाया है. मुख्य आरोपी मृतका का बॉयफ्रेंड सोनू है. जबकि सोनू के एक और दोस्त जीवा से भी मृतक संतोषी बातचीत करती थी. जांच में यह बात भी सामने आई है कि सोनू और जीवा इस बात को भली-भांति जानते थे कि संतोषी उन दोनों से बातचीत करती है. हालांकि हत्या का मुख्य आरोपी सोनू है. अन्य चारों ने साथ मिलकर संतोषी को दफनाया था.