कोरबा: अपने भरोसे पर किसी और को मार्केट से उधार में रकम दिलवाना एक खौफनाक वारदात का कारण बन गया. उधार में ली रकम को वापस लौटाने के तगादे से परेशान एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उस महिला की हत्या कर दी, जिसने उस पर भरोसा कर कभी उसकी मदद की थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बीते 3 नवंबर को राजगामार पुलिस ने छुइढोढा बांस प्लॉट में एक महिला की लाश अर्धनग्न अवस्था में बरामद की थी. पहली नजर में मामला दुष्कर्म के बाद हत्या का प्रतीत हो रहा था. लेकिन मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी रामगोपाल करियारे ने बताया कि 'इस हत्या के पीछे की वजह रकम की लेन देन ही रही है'.
तफ्तीश में पुलिस ने पाया कि मृत महिला बुधवारी के खपराभट्टी की रहने वाली ललिता शर्मा था. जिसकी उम्र तकरीबन 55 से 60 साल के बीच थी. ललिता अपने इलाके में परोपकारी महिला के रूप में पहचानी जाती थी, जो जरूरतमंदों की मदद करती रहती थी और उधार में रकम मुहैया कराती थी.
आरोपी को दिलावाए थे पैसे उधार
जांच में पुलिस ने पाया कि ललिता ने खरमोरा में रहने वाली गुरुवारी बाई को उधार में पैसे दिलाए थे. जिसे गुरुवारी वापस नहीं कर रही थी. इसे लेकर दोनों के बीच आए दिन विवाद की स्थिति बनी रहती थी.
प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश
रकम नहीं लौटाने वाली गुरुवारी ने अपराधिक षडयंत्र रचते हुए प्रेमी वीरेंद्र मिश्रा के साथ मिलकर ललिता की हत्या की योजना बनाई. दोनों ने पहले तो बहाने से ललिता को मछली खाने के लिए घर बुलाया और फिर पैसे देने के बहाने उसे राजगामार के जंगलों की तरफ ले गए. जहां ललिता की गला दबाकर बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद शाव को घसीटते हुए जंगल में ले गए. घसीटने के कारण ललिता का शव अर्धनग्न अवस्था में पुलिस ने बरामद किया.
पुलिस ने गुरुवारी और उसके प्रेमी वीरेंद्र मिश्रा के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने के साथ ही हत्या का मामला दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले लिया है.