कोरबा: जिले के पहन्दा पंचायत के शासकीय उचित मूल्य की दुकान से हितग्राहियों के साथ गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है. हितग्राहियों का आरोप है कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान को जागृति स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो मनमानी तौर से हितग्राहियों से ज्यादा रूपये वसूल रहे हैं. 17 रुपये का मिट्टी तेल को 25 रुपये की दर से बेचा जा रहा है, जिससे हितग्राही परेशान हैं. अब प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा हैं.
हितग्राहियों ने बताया कि जून और मई महीने का चावल आया था, उसमें से जागृति स्व सहायता समूह ने एक महीने का चावल ही दिया है. जबकि हितग्राहियों के राशन कार्ड में 2 महीने का चावल लेना चढ़ा दिया गया है. मिट्टी तेल को अधिक दर पर बेचा गया है. साथ ही चावल को एक महीने का देकर 2 महीने का राशन कार्ड में चढ़ा दिया गया है. हितग्राहियों का आरोप है कि जागृति स्व सहायता समूह के लोग मनमानी तौर से दुकान को संचालित कर रहे हैं, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है.
तहसीलदार और आरआई जांच करने पहुंचे
मामले की जानकारी जब ग्रामीण महिलाओं को हुई, तो सभी ग्रामीण महिलाएं उचित मूल्य दुकान पहुंच गई. जहां अपनी शिकायत दर्ज कराई. पहन्दा के जनपद सदस्य अमिता रात्रे ने बताया कि खाद्य विभाग के अधिकारी और तहसीलदार के साथ पटवारी, आरआई जांच के लिए पहुंचे थे. सभी ग्रामीणों से पूछताछ कर पंचनामा बनाकर लेकर गए हैं. अमिता रात्रे का कहना है कि सरकार के द्वारा जो मूल्य तय किया गया है, उसी मूल्य पर हितग्राहियों को देना चाहिए, जबकि पहन्दा के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में नहीं दिया जा रहा है.
उचित मूल्य की दुकान को छीनने की कोशिश की जा रही
इस संबंध पर जब उचित मूल्य दुकान जागृति स्व सहायता समूह के अध्यक्ष निर्मला बाई से पूछना चाहा, तो कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया, लेकिन कैमरे के पीछे निर्मला बाई ने कहा कि उचित मूल्य की दुकान को शिकायतकर्ता छीनने की कोशिश कर रहे हैं. उसी वजह से हमारे ऊपर गलत आरोप लगाया जा रहा है.
जांच के बाद एसडीएम करेंगे कार्रवाई
मीडिया ने पूछा कि आपके समूह द्वारा एक महीने का चावल नहीं देने की बात को रखा गया, तो समूह के अध्यक्ष निर्मला बाई ने इसे अफवाह बता दिया. उन्होंने बताया कि हमने सभी हितग्राहियों को सही तरीके से राशन का वितरण किया है. खाद्य विभाग के अधिकारी शुभम मिश्रा से जब फोन पर शिकायत के बारे में पूछा गया, तो शुभम मिश्रा ने बताया कि पंचनामा बनाकर जांच करके एसडीएम को दे दिया जाएगा, उसके बाद जो कार्रवाई करेंगे, एसडीएम करेंगे.