कोरबा: कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से लोगों को चपेट में ले रहा है. प्रदेश में बेड की कमी भी सामने आ रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है. कोरबा में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर 15 सौ से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था कर ली है. जिसकी सुविधा जिलेवासियों को मिलनी शुरू हो गई है. हालांकि जितनी तादात में नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं, उसके लिहाज से और भी अधिक बिस्तरों की सुविधा विकसित किए जाने की आवश्यकता पड़ सकती है.
ट्रामा सेंटर का अधिग्रहण, सरकारी सुविधा पर इलाज
स्वास्थ विभाग ने जिला अस्पताल परिसर में स्थित पीपीपी मॉडल (public Private Partnership) के तहत स्थापित किया गए बालाजी ट्रामा सेंटर को अब अधिग्रहित कर लिया है. यहां अब सरकारी सुविधा पर निशुल्क इलाज शुरू किया गया है. कोरोना मरीजों के लिए यहां फिलहाल 70 बिस्तर मौजूद हैं.
जिले में कुल 1577 बेड की उपलब्धता
अबतक जिले में सिंगापुर स्थित ईएसआईसी में कोरोना वायरस का इलाज चल रहा था. यहां आईसीयू और एसडीओ को मिलाकर कुल 142 बिस्तर मौजूद थे. कोविड-19 पोर्टल के हाउसफुल होने के बाद 1 दिन पहले इसे बढ़ाया गया. अब जिले में कुल 1577 बेड की उपलब्धता हो गई है.
इन 10 अस्पतालों में कोरोना मरीजों का चल रहा इलाज
- कोरोना का इलाज के लिए अब ईएसआईसी कोविड होस्पिटल
- बाल्को हॉस्पिटल, एनटीपीसी हॉस्पिटल, सिपेट कोविड केयर सेंटर
- सीआईटीआई गेवरा कोविड केयर सेंटर, जिला अस्पताल कोरबा, एसईसीएल अस्पताल मुड़ापार
- सृष्टि अस्पताल रिस्दी, जीवन आशा अस्पताल जमनीपाली, बालाजी ट्रामा सेंटर और एनकेएच में कोरोना का इलाज मिलेगा.
जीवन आशा और एनकेएच को छोड़कर शेष सभी अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज सरकारी सुविधा पर निशुल्क किया जाएगा. स्वास्थ विभाग का प्रयास यह है कि मरीजों को उन्हीं के क्षेत्र में भर्ती कर सुविधा उपलब्ध कराई जाए. वर्तमान में इन सभी 10 अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त 400 बेड की व्यवस्था है. इसके अलावा आईसीयू और एचडीयू बीएड की भी व्यवस्था की गई है.
एक नजर जिले में उपलब्ध कुल बेड पर
सामान्य बेड | 1256 |
वेंटिलेटर | 27 |
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर | 30 |
आईसीयू | 56 |
एचडीयू | 31 |
कुल बिस्तर | 1577 |