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कोरबाः औचक निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर मिले डॉक्टर, कलेक्टर ने वेतन काटने के दिए निर्देश

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Published : Oct 17, 2019, 5:37 PM IST

Updated : Oct 17, 2019, 5:47 PM IST

कोरबा में कलेक्टर किरण कौशल जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से मिलने पहुंचीं. इस दौरान वो अस्पताल डॉक्टरों की ओर से की जा रही लापरवाही पर जमकर नाराज हुईं और डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया.

कलेक्टर के औचक निरीक्षण गैरहाजिर मिले डॉक्टर

कोरबाः बुधवार को कलेक्टर किरण कौशल मरीजों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचीं. जहां वो अस्पताल में पसरी अव्यवस्था को देख नाराज हो गईं. कलेक्टर को जब इस बात की जानकारी लगी कि, अस्पताल में भर्ती मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल रहा तो वो भड़क गईं. कलेक्टर ने लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए.

कलेक्टर ने अस्पताल में OPD के डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर खासी नाराजगी जताई. उन्होंने सिविल सर्जन डॉ अरुण तिवारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश भी दिया.

ओपीडी में लगी थी लंबी लाईन
कलेक्टर बुधवार सुबह लाईफलाईन एक्सप्रेस के ऑपरेशन थियेटरों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से मिलने पहुंची थीं. इस दौरान अस्पताल के OPD में मरीजों की लंबी लाईन देखकर उन्होंने मरीजों से बात की. मरीजों ने बताया कि 'लगभग दो से तीन घंटे से वे इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं'. इस पर कलेक्टर ने अस्पताल के सिविल सर्जन को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए और गैरहाजिर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा.

पढ़ेंः-'आप' की तर्ज पर जोगी कांग्रेस चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से मंगाएगी आवेदन

स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी
लगातार निर्देशों के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं की सुधार नहीं हो पाया है. इस पर उन्होंने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग के सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री और उनके ऑनलाईन इलाज का विवरण दर्ज नहीं होने से डॉक्टरों के ऊपर नाराज भी हुईं. आगामी 15 दिनों में मरीजों का विवरण, इलाज और दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए हैं.

कोरबाः बुधवार को कलेक्टर किरण कौशल मरीजों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचीं. जहां वो अस्पताल में पसरी अव्यवस्था को देख नाराज हो गईं. कलेक्टर को जब इस बात की जानकारी लगी कि, अस्पताल में भर्ती मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल रहा तो वो भड़क गईं. कलेक्टर ने लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए.

कलेक्टर ने अस्पताल में OPD के डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर खासी नाराजगी जताई. उन्होंने सिविल सर्जन डॉ अरुण तिवारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश भी दिया.

ओपीडी में लगी थी लंबी लाईन
कलेक्टर बुधवार सुबह लाईफलाईन एक्सप्रेस के ऑपरेशन थियेटरों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से मिलने पहुंची थीं. इस दौरान अस्पताल के OPD में मरीजों की लंबी लाईन देखकर उन्होंने मरीजों से बात की. मरीजों ने बताया कि 'लगभग दो से तीन घंटे से वे इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं'. इस पर कलेक्टर ने अस्पताल के सिविल सर्जन को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए और गैरहाजिर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा.

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स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी
लगातार निर्देशों के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं की सुधार नहीं हो पाया है. इस पर उन्होंने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग के सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री और उनके ऑनलाईन इलाज का विवरण दर्ज नहीं होने से डॉक्टरों के ऊपर नाराज भी हुईं. आगामी 15 दिनों में मरीजों का विवरण, इलाज और दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए हैं.

Intro:कोरबा. जिले के सरकारी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुचीं कलेक्टर अव्यवस्थाओ को देख बिरफ गईं। गरीबों को समय पर इलाज नहीं मिलने की बात को गंभीरता से लेते हुए, लापरवाह चिकित्सकों के वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।Body:बुधवार को कोरबा कलेक्टर किरण कौशल जिला अस्पताल पहुॅची और अस्पताल में ओपीडी में डाॅक्टरों की अनुपस्थिति पर खासी नाराज हुई। उन्होंने सिविल सर्जन डाॅ. अरूण तिवारी पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये अनुपस्थित डाॅक्टरों का एक दिन का वेतन काटने को कहा है।
कौशल बुधवार की सुबह लाईफलाईन एक्सप्रेस के आॅपरेशन थियेटरों में हुये मोर्तियाबिंद के आॅपरेसहन वाले मरीजों से मिलने पहुॅची थी। जिन्हें ऑपरेशन के बाद जिला अस्पताल में रखा गया है।
इसी दौरान अस्पताल के ओपीडी विभाग में मरीजों की लंबी लाईन देखकर वे वहाॅं पहुॅंची और मरीजों से बात की। मरीजों ने बताया कि लगभग दो-तीन घण्टों से वे ईलाज के लिये डाॅक्टरों के इन्तजार में बैठे है। इस पर कलेक्टर गहरी नाराज हुई और सिविल सर्जन को व्यवस्थायें सुधारने के निर्देष दिये। Conclusion:लगातार निर्देशों के बाद भी व्यवस्थायें नहीं सुधरने पर स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखने की भी चेतावनी कलेक्टर ने सिविल सर्जन को दी है।
         अस्पताल में कलेक्टर ने निर्देषों के बाद भी अब तक मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री और उनके आॅनलाईन ईलाज का विवरण दर्ज करने की व्यवस्था नहीं होने पर भी अस्पताल कन्सलटेंट के प्रति नाराजगी जताई और आगामी पन्द्रह दिनों में सभी ओपीडी में आने वाले मरीजों का विवरण, ईलाज और दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए।

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अस्पताल का विजुअल
गुलाबी साड़ी में cmho से जानकारी लेटिन कलेक्टर
Last Updated : Oct 17, 2019, 5:47 PM IST
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