कोरबा: देशभर में कोयला संकट (Coal Crisis) की चर्चाओं के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Coal Minister Prahlad Joshi) कोरबा दौरे पर हैं. इस दौरान वह कोल इंडिया लिमिटेड की सबसे बड़ी कंपनी एसईसीएल की सबसे बड़ी 3 खदानें दीपका, गेवरा और कुसमुंडा का दौरा कर रहे हैं. यह तीनों खदान कोरबा जिले में है. कोयला मंत्री ने गेवरा खदान का जायजा लिया है. गेवरा खदान के साथ दो और खदान कुसमुंडा और दीपका का कोयला उत्पादन में बड़ा योगदान है.
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कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी (Union Coal Minister Prahlad Joshi) आज करीब 11.50 पर बिलासपुर पहुंचे. वे सड़क मार्ग से बिलासुपर से कोरबा पहुंचे जिसके बाद उन्होंने खदानों का जायजा लिया और अधिकारियों से बात की है.
कोयला संकट के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री का कोरबा दौरा आज, सबसे बड़ी खदान गेवरा का लेंगे जायजा
कोयला मंत्री अधिकारियों की बैठक लेने के बाद गेवरा में बनाए गए हेलीपैड से बिलासपुर पहुंचेंगे और फिर विशेष विमान के जरिए रांची रवाना होंगे. रांची से वह झारखंड के कोयला खदानों का दौरा करेंगे और वहां भी अधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) से मिलेंगे.
कोरबा सांसद का बड़ा आरोप
कोयला संकट के बीच कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत (MP Jyotsna Mahanta) ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. सांसद ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है ऑस्ट्रेलिया से देश में कोयला आयात किया जा सके. केंद्र इसके लिए माहौल बना रही है. कांग्रेस सांसद ने कहा है कि केंद्रीय नेतृत्व कोयला संकट की बात (Coal Crisis) को नकारता रहा है. लेकिन वर्तमान हालात इसके ठीक उलट हैं. इसलिए यह पूरा षड्यंत्र ऑस्ट्रेलिया से कोयला आयात करने को लेकर हो सकता है. सांसद ने भू विस्थापितों की समस्याओं को भी शीघ्र निराकरण की बात कही है.