कोरबाः कोरबावासियों का सपना पूरा हो गया है. ऊर्जाधानी में मेडिकल कॉलेज का इंतजार पूरा हो गया है. मंगलवार को सीएम भूपेश बघेल ने वर्चुअली इस मेडिकल कॉलेज भवन का भूमिपूजन किया. सीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस समारोह में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले केवल रायपुर में ही मेडिकल कॉलेज हुआ करता था. जिसके बाद अन्य जिलों में भी धीरे-धीरे इसका विस्तार हुआ, लेकिन अब एक साथ तीन मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति मिली है. कोरबा के अलावा कांकेर और महासमुंद में भी मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है. चंदूलाल चंद्राकर चिकित्सा महाविद्यालय को भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है. इस तरह एक साथ 4 मेडिकल कॉलेज की सौगात छत्तीसगढ़ को मिली है. इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है. छत्तीसगढ़ में पहली बार ऐसा हुआ है. कोरबा आकांक्षी जिलों में शामिल है. केंद्र ने इसे पिछड़े जिलों की सूची में शुमार किया है. लेकिन अब इसे सुंदर बनाना है. सतरेंगा का भी विस्तार किया जाएगा.
कथनी और करनी में अंतर नहीं-चरणदास महंत
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत भी वर्चुअल समारोह से जुड़े थे. जिन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें खुद भी उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी छत्तीसगढ़ को तीन-तीन मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलेगी. 4 महीने पहले कांग्रेस सरकार ने मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी, और आज इसका भूमिपूजन हो रहा है. इसका मतलब यह है कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी वर्चुअल समारोह से जुड़े. जिन्होंने जिले में मेडिकल कॉलेज को एक बड़ा ऐतिहासिक पल बताते हुए जिले वासियों को ढेर सारी बधाई दी.
प्रभारी मंत्री, राजस्व मंत्री और सांसद रहे मौजूद
मेडिकल कॉलेज भवन के भूमि पूजन समारोह में सांसद ज्योत्सना महंत, प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मौजूद रहे. सभी ने बारी-बारी से लोगों को संबोधित किया. प्रभारी मंत्री ने मेडिकल कॉलेज को उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे ना सिर्फ कोरबा बल्कि पड़ोसी जिलों को भी इसका लाभ मिलेगा. मेडिकल कॉलेज की कोरबा को बेहद जरूरत थी.सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि हम बोलते कम और काम ज्यादा करते हैं. आने वाले समय में मैं कोरबा जिले को और भी कई सौगातें दूंगी. राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए मैंने शुरू से ही मेहनत की है. सीएम को मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी मांग को स्वीकार कर मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है.