कोरबा: छत्तीसगढ़ सरकार ( Chhattisgarh government ) ने शाकंभरी बोर्ड (Shakambhari Board ) का गठन किया है, जिसकी जानकारी देते हुए बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री रामकुमार पटेल (Cabinet Minister Ramkumar Patel) ने बताया कि लघु और सीमांत किसानों के विकास (small and marginal farmers) के लिए इस बोर्ड का गठन (constitution of board) हुआ है. आने वाले 15 दिनों के भीतर बोर्ड के नियम बनकर तैयार हो जाएंगे. इसके बाद हम किसानों के हित में काम करना शुरू करेंगे. दरअसल, शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री रामकुमार पटेल (Cabinet Minister Ramkumar Patel Chairman of Shakambhari Board) बुधवार को कोरबा प्रवास में थे.
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विभाग की ली समीक्षा बैठक
शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने उद्यानिकी विभाग (Horticulture Department) की बैठक ली. कृषि विभाग (Agriculture Department) के अधिकारी भी बैठक में शामिल रहे. मुख्य तौर पर उद्यानिकी विभाग की योजना, सब्जी उगाने वाले छोटे किसानों को लाभान्वित करने के लिए होती है. लेकिन इसकी जानकारी किसानों तक नहीं पहुंच पाती.अध्यक्ष ने इन योजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जिन योजनाओं में 50% तक अनुदान मिलता है, उन्हें किसानों तक पहुंचाया जाएगा.खास तौर पर पटेल और मरार समाज के लोग सब्जी और छोटे स्तर पर खेती का काम करते हैं.केवल एक समाज विशेष तक सीमित न रहकर विभाग छोटे किसानों का जीवन स्तर सुधारने का काम करेंगे.
बाड़ी विकास सब शाकंभरी बोर्ड के अधीन
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी (Ambitious plan Narva Garva Ghurva Bari) में से बाड़ी विकास का कार्य अब शाकंभरी बोर्ड के तहत किया जाएगा. अध्यक्ष ने कहा कि हमारी इस विषय में शासन स्तर पर बैठक बहो चुकी है. आमतौर पर बाड़ी विकास का कार्यक्रम पटेल मरार समाज के लोग करते है. अब बाड़ी विकास योजना को गति देने में सहायता मिलेगी. किसानों को इसमें अनुदान भी दिया जाएगा.