कोरबा: महिला स्व सहायता समूह के उत्पादों को उपयुक्त प्लेटफार्म मुहैया कराने के लिए कोरबा में भी C mart खुल गई है. छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना की शुरुआत कोरबा के टीपी नगर चौक स्थित भवन में की गई है. यह नगर निगम क्षेत्र में आने वाली काफी बड़ी दुकान है. जोकि काफी समय से खाली थी. अब इसमें सी मार्ट के उत्पाद सज चुके हैं. सी मार्ट के उद्घाटन अवसर पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित सांसद ज्योत्सना महंत भी मौजूद रहीं. कलेक्टर रानू साहू के अलावा जिला प्रशासन के समस्त अधिकारी भी यहां पहुंचे थे. पहले दिन सांसद ने यहां से शॉपिंग भी की. स्थानीय उत्पादों की उन्होंने जमकर तारीफ की.
यह भी पढ़ें: जब झूम कर नाचे छत्तीसगढ़िया सीएम भूपेश बघेल
250 तरह के उत्पाद मिलेंगे: सी मार्ट छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. जहां स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को ही रखा जाता है. प्रोडक्ट की ब्रांडिंग करके इसे एक प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाता है, ताकि उत्पाद ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके. प्रदेश के सभी जिलों में सी मार्ट की शुरुआत हो रही है. अब कोरबा जिले में इसका उद्घाटन हो चुका है. कोरबा जिले के सी मार्ट में लगभग 250 तरह के उत्पाद हैं, जिनमें तेल, मसाला से लेकर पापड़, साबुन और महुआ के बिस्किट जैसे उत्पाद मौजूद हैं.
कोरबा का अपना ब्रांड हसदेव: मल्टीनेशनल ब्रांड को टक्कर देने के लिए कोरबा जिले के प्रशासन ने लोकल ब्रांड लॉन्च किया है. जिसका नाम जिले की जीवनदायिनी नदी हसदेव के नाम पर ही रखा गया है. हसदेव को लेकर लोगों भी काफी आकर्षित है. इस ब्रांड के मसाले से लेकर साबुन जैसे उत्पाद भी महिला समूह द्वारा तैयार किया जा रहा है. जिन्हें सी मार्ट में रखकर उनके बेहतर तरीके से ब्रांडिंग का प्रयास है.
पहल दिन सांसद ने की शॉपिंग: सी मार्ट के उद्घाटन वाले पहले दिन कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत पहुंची थी. उन्होंने स्थानीय ब्रांड की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि "जिले में महिला सशक्तिकरण की ब्रांड एंबेसडर मैं खुद हूं." महिलाएं तब सशक्त होंगी जब उन्हें आर्थिक तौर पर लाभ मिलेगा. सांसद ने सी मार्ट में जमकर शॉपिंग की. मसालेदार पापड़ और चिप्स जैसे उत्पादों को उन्होंने खरीदा.
महिलाओं ने कहा हमें मिला सम्मान: महिला स्व सहायता समूह की सदस्य दिव्या ने बताया कि "पहले हम गांव स्तर पर उत्पादों को बनाते थे. जिन्हें लोगों तक पहुंचा नहीं पाते थे. हमारी पहुंच बेहद सीमित थी, लेकिन अब इन्हें हसदेव ब्रांड का नाम दिया गया है. एक तरह से हमें सम्मानित करने जैसा है. हमें उपयुक्त मंच मिला है. जिससे हमें और हमारे उत्पादों को काफी फायदा मिलेगा"