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कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लड़के ने की आत्महत्या, लोगों ने मचाया हंगामा - कोरबा में कोरोना से मौत

कोरबा के कटघोरा में न्यू ढेलवाडीह कॉलोनी में रहने वाले एक 11वीं कक्षा के लड़के ने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गुस्साए ग्रामीणों ने कोरोना जांच को लेकर जमकर हंगामा किया.

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कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लड़के ने की आत्महत्या
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Published : Oct 27, 2020, 12:32 PM IST

Updated : Oct 27, 2020, 1:01 PM IST

कोरबा: कटघोरा विकासखंड के अंतर्गत न्यू ढेलवाडीह कॉलोनी में रहने वाले एक 11वीं कक्षा के लड़के ने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 2 दिन पहले लड़के का सैंपल लिया गया था. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही वह काफी तनाव में था. इसकी सूचना कटघोरा थाना प्रभारी तक पहुंची. दल बल के साथ थानेदार अविनाश सिंह और नायब तहसीलदार रवि शंकर राठौर मौके पर पहुंच गए. इसके बावजूद भी ग्रामीणों ने देर रात तक जमकर हंगामा किया.

कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लड़के ने की आत्महत्या

पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मर्ग कायम कर पंचनामे की कार्रवाई पूरी की. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शव वाहन में ले जाने की तैयारी चल रही थी, इसी बीच कॉलोनीवासी वहां पहुंच गए. उन्होंने एसईसीएल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनमानी करने और लोगों को जबरदस्ती कोरोना संक्रमित बनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया.

टेस्ट रिपोर्ट पर सवालिया निशान

आत्महत्या करने वाला लड़का अपने घर का बड़ा बेटा था. वो 11वीं कक्षा का छात्र था, उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं थे. 2 दिन पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे होम क्वॉरेंटाइन किया गया था, तभी से वह तनाव में चल रहा था. ग्रामीणों का दावा है कि ढेलवाडीह कॉलोनी में कोरोना टेस्ट करने के लिए दो-तीन कैंप लगाए गए हैं. कॉलोनी में एक कैंप में टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जब दूसरी जगह टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट निगेटिव आ गई. एक और मामले में एसईसीएल कर्मचारी ने कॉलोनी के कैंप में टेस्ट कराया, तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. जब कटघोरा के अस्पताल जाकर उसने टेस्ट कराया, तब उसे निगेटिव बता दिया गया.

अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच हुई कहासुनी

ग्रामीण जिम्मेदार अधिकारियों को मौके पर बुलाने और मृत लड़के का दोबारा कोरोना टेस्ट करने की मांग कर रहे थे. इस दौरान शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने और भीड़ को हटाने की कोशिश की गई, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच जमकर कहासुनी भी हुई.

कंटेनमेंट जोन समाप्त करने की मांग

अकेले ढेलवाडीह में 2 सप्ताह से बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. ढेलवाडीह में हाल-फिलहाल में 200 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. इसे देखते हुए प्रशासन ने ढेलवाडीह को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. लेकिन महिलाओं ने इसे कंटेनमेंट जोन से मुक्त करने की मांग की है. ढेलवाडीह खदान के उप महाप्रबंधक प्रदीप कुमार के बंगले के बाहर पहुंची महिलाओं ने यहां भी हंगामा किया और कंटेनमेंट जोन का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की.

कोरबा: कटघोरा विकासखंड के अंतर्गत न्यू ढेलवाडीह कॉलोनी में रहने वाले एक 11वीं कक्षा के लड़के ने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 2 दिन पहले लड़के का सैंपल लिया गया था. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही वह काफी तनाव में था. इसकी सूचना कटघोरा थाना प्रभारी तक पहुंची. दल बल के साथ थानेदार अविनाश सिंह और नायब तहसीलदार रवि शंकर राठौर मौके पर पहुंच गए. इसके बावजूद भी ग्रामीणों ने देर रात तक जमकर हंगामा किया.

कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लड़के ने की आत्महत्या

पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मर्ग कायम कर पंचनामे की कार्रवाई पूरी की. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शव वाहन में ले जाने की तैयारी चल रही थी, इसी बीच कॉलोनीवासी वहां पहुंच गए. उन्होंने एसईसीएल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनमानी करने और लोगों को जबरदस्ती कोरोना संक्रमित बनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया.

टेस्ट रिपोर्ट पर सवालिया निशान

आत्महत्या करने वाला लड़का अपने घर का बड़ा बेटा था. वो 11वीं कक्षा का छात्र था, उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं थे. 2 दिन पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे होम क्वॉरेंटाइन किया गया था, तभी से वह तनाव में चल रहा था. ग्रामीणों का दावा है कि ढेलवाडीह कॉलोनी में कोरोना टेस्ट करने के लिए दो-तीन कैंप लगाए गए हैं. कॉलोनी में एक कैंप में टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जब दूसरी जगह टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट निगेटिव आ गई. एक और मामले में एसईसीएल कर्मचारी ने कॉलोनी के कैंप में टेस्ट कराया, तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. जब कटघोरा के अस्पताल जाकर उसने टेस्ट कराया, तब उसे निगेटिव बता दिया गया.

अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच हुई कहासुनी

ग्रामीण जिम्मेदार अधिकारियों को मौके पर बुलाने और मृत लड़के का दोबारा कोरोना टेस्ट करने की मांग कर रहे थे. इस दौरान शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने और भीड़ को हटाने की कोशिश की गई, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच जमकर कहासुनी भी हुई.

कंटेनमेंट जोन समाप्त करने की मांग

अकेले ढेलवाडीह में 2 सप्ताह से बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. ढेलवाडीह में हाल-फिलहाल में 200 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. इसे देखते हुए प्रशासन ने ढेलवाडीह को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. लेकिन महिलाओं ने इसे कंटेनमेंट जोन से मुक्त करने की मांग की है. ढेलवाडीह खदान के उप महाप्रबंधक प्रदीप कुमार के बंगले के बाहर पहुंची महिलाओं ने यहां भी हंगामा किया और कंटेनमेंट जोन का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की.

Last Updated : Oct 27, 2020, 1:01 PM IST
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