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SPECIAL: बीजेपी का ये बुजुर्ग नेता बेमियादी हड़ताल पर क्यों बैठा है ?

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Published : Feb 3, 2021, 4:16 PM IST

Updated : Feb 3, 2021, 5:01 PM IST

अपने बयानों और बेबाकी के लिए पहचाने जाने वाले छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एक बार फिर सुर्खियों में हैं. आखिर 77 साल का ये नेता बेमियादी हड़ताल पर क्यों बैठा है ?

nankiram kanwar is on protest against tehsildar in  korba
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर

कोरबा: छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा नेता ननकी राम कंवर का नाम उन लीडर्स में आता है, जो विपक्ष में रहकर सरकार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करते हैं. सरकार दूसरे दल की हो या अपने दल की ननकी राम मोर्चा खोलने में पीछे नहीं रहते. कई बार पूर्व मंत्री अपने बयानों की वजह से सुर्खियां बटोर चुके हैं. आज हम उनकी बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 77 साल का हो चुका ये नेता एक बस्ती हटाने के खिलाफ तीन दिन से धरने पर बैठा है.

ननकीराम कंवर की बेमियादी हड़ताल

क्या है पूरा मामला ?

केस टीपी नगर से घोड़ा चौक तक जाने वाले बायपास रोड पर संचालित एक गैरेज का है. जिसका संचालन मुर्तजा अंसारी करते हैं. प्रशासन ने इसे बेजा कब्जा बताते हुए खाली कराने का आदेश जारी किया है. यह मामला तहसीलदार कोरबा के न्यायालय में लंबे समय से चल रहा था. पिछले 30 जनवरी को इसे कब्जा बताते हुए खाली करने का आदेश पारित किया गया. इसके ठीक 2 दिन बाद 1 फरवरी को प्रशासन की टीम इसे तोड़ने के लिए मौके पर पहुंच गई. प्रशासन की टीम पहुंचने के साथ ही स्थानीय लोग नाराज होकर धरने पर बैठ गए. इस बात की जानकारी रामपुर विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर को मिली. वे भी मौके पर पहुंचे और तहसीलदार पर राजनीतिक दबाव में भेदभाव पूर्वक कार्रवाई करने का आरोप लगाया.

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ननकीराम कंवर धरने पर

पढ़ें : जानिए क्यों धरने पर बैठे पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर ?

क्यों हड़ताल पर बैठे ननकी राम ?
कार्रवाई के खिलाफ ननकी राम कंवर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए. कंवर का कहना है कि ये एक्शन अन्यायपूर्ण है. उनकी मांग है कि तहसीलदार को तत्काल सस्पेंड किया जाए. ननकी राम का आरोप है कि तहसीलदार राजनीतिक संरक्षण में गलत आदेश जारी कर गरीबों का परेशान कर रहा है. उनका कहना है कि पूरी बस्ती को नोटिस जारी कर परेशान किया जा रहा है. छोटे अधिकारी अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर गरीब जनता को परेशान कर रहे हैं. ननकी राम ने कहा कि जब तक तहसीलदार को निलंबित नहीं कर दिया जाता तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे.

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ननकीराम कंवर धरने पर

'मैंने जोड़ने का काम किया है तोड़ने का नहीं'
ननकी कहते हैं कि, 'मरना तो 1 दिन है ही, लेकिन इनका अन्याय पूर्ण आदेश मेरे मौत का कारण नहीं बनेगा. मैं 90 साल तक जिऊंगा, यह आंदोलन समाप्त नहीं करूंगा. मैं अपनी पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता हूं. लेकिन यहां राजनीति नहीं करना चाहता हूं. पार्टी के लोग भी मुझसे संपर्क कर रहे हैं, मैंने उनसे भी यही बात कही है'. ननकी राम कहते हैं कि 'मेरी लड़ाई अन्याय और नियम विरुद्ध कार्य के खिलाफ है ना कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए. गरीबों के खिलाफ राजनीतिक संरक्षण में जो गलत काम हो रहे हैं उसके खिलाफ है'. उन्होंने ये भी कहा कि 'इससे मुझे फर्क नहीं पड़ेगा कि कौन मेरे साथ है कौन नहीं है ? मैंने कभी भी भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाला काम नहीं किया. लोगों को हमेशा जोड़ा है, तोड़ा कभी नहीं है'.

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ननकीराम कंवर धरने पर

ननकी राम के पास पहुंचे लोग

धरने के दूसरे दिन बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर के पास कुछ और लोग शिकायत लेकर पहुंचे. कुआं भट्टा बस्ती की एक महिला ने बताया कि उन्हें बस्ती खाली करने के लिए नोटिस जारी किया जा चुका है. लेकिन वे बस्ती नहीं छोड़ना चाहती. उन्हें अजीत जोगी की सरकार के समय पट्टा दिया गया था. अब इस पट्टे को कोरबा प्रशासन सही नहीं मान रही है. विधायक के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची महिला नजमा खातून ने बताया कि उन्हें मकान खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है. वह पिछले 46 साल से उस जमीन पर काबिज है. उनके पास सरकार द्वारा दिया गया अधिकृत पट्टा भी है. अब ऐसे में उन्हें जबरदस्ती जगह खाली करने को कहा जा रहा है. नजमा खातून ने कहा कि उन्हें वहीं रहने दिया जाये नहीं तो उनका परिवार आत्मदाह करने को मजबूर होगा.

SDM भी पहुंचे ननकी राम से मिलने

धरने के दूसरे दिन विधायक ननकीराम कंवर को कोरबा एसडीएम समझाने पहुंचे. एसडीएम ने इस जमीन को शासकीय भूमि बताते हुए इस जमीन पर काबिज लोगों का पट्टा फर्जी बताया. ननकीराम कंवर ने एसडीएम से कहा कि 'जब तक बस्तीवासियों के पास पट्टा है. सीएम तो क्या कोई भी माई का लाल आ जाए, वे उन्हें हटाने नहीं देंगे'.

पढ़ें : सीएम हो या कोई, नहीं हटाने दूंगा बस्ती: ननकीराम कंवर

तहसीलदार ने आरोप पर क्या कहा ?

तहसीलदार का कहना है कि इस मामले में सारी कार्रवाई नियमानुसार की गई है. न्यायालय में सुनवाई के बाद ही आदेश जारी कर कब्जा हटाने की कार्रवाई की जा रही है.

एसडीएम सुनील नायक ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
एसडीएम सुनील नायक का कहना है कि वे दो बार ननकी राम को मनाने पहुंचे थे. ननकीराम की उम्र ज्यादा हो चुकी है. प्रशासन को उनकी सेहत की भी चिंता है. लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हैं. वह तहसीलदार के निलंबन की बात पर अड़े हुए हैं. उनकी शिकायत पर जांच शुरू हो चुकी है. उन्होंने जो दस्तावेज दिए हैं, उसका भी परीक्षण किया जा रहा है. यदि आरोप सही पाया गया तो तहसीलदार पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.

ननकीराम कंवर का प्रोफाइल-

  • 77 साल के ननकीराम कंवर अविभाजित मध्य प्रदेश में मंत्री रहे हैं.
  • वे छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री रहे.
  • ननकीराम कंवर वर्तमान में कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
  • उन्होंने वकालत से राजनीति में कदम रखा था.

कोरबा: छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा नेता ननकी राम कंवर का नाम उन लीडर्स में आता है, जो विपक्ष में रहकर सरकार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करते हैं. सरकार दूसरे दल की हो या अपने दल की ननकी राम मोर्चा खोलने में पीछे नहीं रहते. कई बार पूर्व मंत्री अपने बयानों की वजह से सुर्खियां बटोर चुके हैं. आज हम उनकी बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 77 साल का हो चुका ये नेता एक बस्ती हटाने के खिलाफ तीन दिन से धरने पर बैठा है.

ननकीराम कंवर की बेमियादी हड़ताल

क्या है पूरा मामला ?

केस टीपी नगर से घोड़ा चौक तक जाने वाले बायपास रोड पर संचालित एक गैरेज का है. जिसका संचालन मुर्तजा अंसारी करते हैं. प्रशासन ने इसे बेजा कब्जा बताते हुए खाली कराने का आदेश जारी किया है. यह मामला तहसीलदार कोरबा के न्यायालय में लंबे समय से चल रहा था. पिछले 30 जनवरी को इसे कब्जा बताते हुए खाली करने का आदेश पारित किया गया. इसके ठीक 2 दिन बाद 1 फरवरी को प्रशासन की टीम इसे तोड़ने के लिए मौके पर पहुंच गई. प्रशासन की टीम पहुंचने के साथ ही स्थानीय लोग नाराज होकर धरने पर बैठ गए. इस बात की जानकारी रामपुर विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर को मिली. वे भी मौके पर पहुंचे और तहसीलदार पर राजनीतिक दबाव में भेदभाव पूर्वक कार्रवाई करने का आरोप लगाया.

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ननकीराम कंवर धरने पर

पढ़ें : जानिए क्यों धरने पर बैठे पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर ?

क्यों हड़ताल पर बैठे ननकी राम ?
कार्रवाई के खिलाफ ननकी राम कंवर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए. कंवर का कहना है कि ये एक्शन अन्यायपूर्ण है. उनकी मांग है कि तहसीलदार को तत्काल सस्पेंड किया जाए. ननकी राम का आरोप है कि तहसीलदार राजनीतिक संरक्षण में गलत आदेश जारी कर गरीबों का परेशान कर रहा है. उनका कहना है कि पूरी बस्ती को नोटिस जारी कर परेशान किया जा रहा है. छोटे अधिकारी अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर गरीब जनता को परेशान कर रहे हैं. ननकी राम ने कहा कि जब तक तहसीलदार को निलंबित नहीं कर दिया जाता तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे.

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ननकीराम कंवर धरने पर

'मैंने जोड़ने का काम किया है तोड़ने का नहीं'
ननकी कहते हैं कि, 'मरना तो 1 दिन है ही, लेकिन इनका अन्याय पूर्ण आदेश मेरे मौत का कारण नहीं बनेगा. मैं 90 साल तक जिऊंगा, यह आंदोलन समाप्त नहीं करूंगा. मैं अपनी पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता हूं. लेकिन यहां राजनीति नहीं करना चाहता हूं. पार्टी के लोग भी मुझसे संपर्क कर रहे हैं, मैंने उनसे भी यही बात कही है'. ननकी राम कहते हैं कि 'मेरी लड़ाई अन्याय और नियम विरुद्ध कार्य के खिलाफ है ना कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए. गरीबों के खिलाफ राजनीतिक संरक्षण में जो गलत काम हो रहे हैं उसके खिलाफ है'. उन्होंने ये भी कहा कि 'इससे मुझे फर्क नहीं पड़ेगा कि कौन मेरे साथ है कौन नहीं है ? मैंने कभी भी भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाला काम नहीं किया. लोगों को हमेशा जोड़ा है, तोड़ा कभी नहीं है'.

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ननकीराम कंवर धरने पर

ननकी राम के पास पहुंचे लोग

धरने के दूसरे दिन बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर के पास कुछ और लोग शिकायत लेकर पहुंचे. कुआं भट्टा बस्ती की एक महिला ने बताया कि उन्हें बस्ती खाली करने के लिए नोटिस जारी किया जा चुका है. लेकिन वे बस्ती नहीं छोड़ना चाहती. उन्हें अजीत जोगी की सरकार के समय पट्टा दिया गया था. अब इस पट्टे को कोरबा प्रशासन सही नहीं मान रही है. विधायक के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची महिला नजमा खातून ने बताया कि उन्हें मकान खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है. वह पिछले 46 साल से उस जमीन पर काबिज है. उनके पास सरकार द्वारा दिया गया अधिकृत पट्टा भी है. अब ऐसे में उन्हें जबरदस्ती जगह खाली करने को कहा जा रहा है. नजमा खातून ने कहा कि उन्हें वहीं रहने दिया जाये नहीं तो उनका परिवार आत्मदाह करने को मजबूर होगा.

SDM भी पहुंचे ननकी राम से मिलने

धरने के दूसरे दिन विधायक ननकीराम कंवर को कोरबा एसडीएम समझाने पहुंचे. एसडीएम ने इस जमीन को शासकीय भूमि बताते हुए इस जमीन पर काबिज लोगों का पट्टा फर्जी बताया. ननकीराम कंवर ने एसडीएम से कहा कि 'जब तक बस्तीवासियों के पास पट्टा है. सीएम तो क्या कोई भी माई का लाल आ जाए, वे उन्हें हटाने नहीं देंगे'.

पढ़ें : सीएम हो या कोई, नहीं हटाने दूंगा बस्ती: ननकीराम कंवर

तहसीलदार ने आरोप पर क्या कहा ?

तहसीलदार का कहना है कि इस मामले में सारी कार्रवाई नियमानुसार की गई है. न्यायालय में सुनवाई के बाद ही आदेश जारी कर कब्जा हटाने की कार्रवाई की जा रही है.

एसडीएम सुनील नायक ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
एसडीएम सुनील नायक का कहना है कि वे दो बार ननकी राम को मनाने पहुंचे थे. ननकीराम की उम्र ज्यादा हो चुकी है. प्रशासन को उनकी सेहत की भी चिंता है. लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हैं. वह तहसीलदार के निलंबन की बात पर अड़े हुए हैं. उनकी शिकायत पर जांच शुरू हो चुकी है. उन्होंने जो दस्तावेज दिए हैं, उसका भी परीक्षण किया जा रहा है. यदि आरोप सही पाया गया तो तहसीलदार पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.

ननकीराम कंवर का प्रोफाइल-

  • 77 साल के ननकीराम कंवर अविभाजित मध्य प्रदेश में मंत्री रहे हैं.
  • वे छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री रहे.
  • ननकीराम कंवर वर्तमान में कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
  • उन्होंने वकालत से राजनीति में कदम रखा था.
Last Updated : Feb 3, 2021, 5:01 PM IST
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