कोरबा : हॉस्पिटल नर्सिंग और पैरामेडिकल पद पर नियुक्ति के लिए लोगों से एक करोड़ रुपए की ठगी करने वाले आरोपी चंद्रशेखर पांडेय को कोरबा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि इस मामले के मुख्य आरोपी वासुदेव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार आरोपी के पिता सुरेंद्र पांडेय बीजेपी नेता हैं. वहीं उसके चाचा बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष और सहकारी बैंक के अध्यक्ष थे.
पुलिस के मुताबिक नागेश्वर राठौर ने 10 जून को उरगा थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि अस्पताल नर्सिंग और पैरामेडिकल पद के 970 पद खाली हैं. इन पदों में डिप्टी मैनेजर की जगह भी खाली थी. प्रार्थी ने इसी पद के लिए आवेदन किया था. इसके लिए प्रार्थी ने चेयरमैन वासुदेव गुप्ता और चंद्रशेखर पांडेय को 45 हजार रुपए भी दिए थे. पीड़ित ने बताया कि पैसा देने के बाद भी उनकी नियुक्ति अभी तक नहीं हो पाई है.
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू की, जिसमें पाया कि उरगा में श्री अस्पताल नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थान पंजीकृत नहीं है और न ही नर्सिंग एक्ट के तहत नियमों का पालन किया जा रहा है. इसके बाद पता चला कि यह संस्थान पूरी तरह फर्जी है, जिसके बाद इस मामले में वासुदेव गुप्ता, चन्द्रशेखर पांडेय के अलावा विवेक यादव, कृष्णा पटेल, संतोष साहू, श्री दीवान के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. साथ ही मामले में एक आरोपी वासुदेव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया था, अन्य आरोपी फरार थे.
बीजेपी नेता के बेटे को उत्तरप्रदेश से किया गया गिरफ्तार
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SP अभिषेक मीणा, ASP यू उदल किरण, नगर पुलिस अधीक्षक राहुल देव के मार्गदर्शन में टीम का गठन किया गया था, जो आरोपी चन्द्रशेखर पांडेय की तलाश कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने चंद्रशेखर की मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया, जिसमें पता चला कि आरोपी उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले के माहुल गांव में है. इसके बाद आरोपी को उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर कोरबा लाया गया.
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नगर पुलिस अधीक्षक राहुल देव ने बताया कि इस मामले में नागेश्वर राठौर के अलावा अन्य लोगों से भी आरोपी ने नौकरी दिलाने के नाम पर तकरीबन एक करोड़ रुपए की ठगी की है. पुलिस ने ठगी के शिकार हुए लोगों से सामने आकर शिकायत करने की अपील की है.