कोरबा: भाजपा नेता ओपी चौधरी गुरुवार को जिले में कटघोरा प्रवास पर थे. उन्होंने आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल हनुमानगढ़ी पहुंचकर श्रीराम जानकी के दर्शन किये. इस दौरान भाजपा नेताओं के अलावा अपने समर्थकों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. ओपी चौधरी 13 साल पहले 2007 में कटघोरा एसडीएम और जनपद के सीईओ के रूप में काम कर चुके हैं, उन्होंने उस दौर को याद किया. इस अवसर पर भाजपा के मंडल के अलावा बड़ी संख्या में भाजपा के नेता, पार्षद, युवा नेता, धर्मसेना के सदस्य और अन्य समर्थक मौजूद रहे.
इस दौरान चौधरी भूपेश सरकार पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कोरोना माहमारी के खिलाफ प्रदेश सरकार की लड़ाई को कमजोर और नाकाम बताया. ओपी का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लोगों से यह सवाल पूछा था कि प्रदेश में कौन सा उद्योग सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है. पोस्ट में सीमेंट, स्टील आदि उद्योगों के साथ ही तबादला उद्योग के ऑप्शन को भी शामिल किया था, ओपी ने कहा कि 99 फीसदी लोगों ने तबादला उद्योग को वोट किया. प्रदेश में तबादला उद्योग चरम पर है. यह सबसे तेजी से फलने फूलने वाला उद्योग बन गया है.
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कोरोना से रुक नहीं सकती दुनिया
जेईई और नीट की परीक्षाओं को लेकर राज्यों और केंद्र की सरकार के बीच उपजे खींचतान और विवाद पर सफाई देते हुए ओपी चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सिस्टम को समझ पाना मुश्किल है. यह वायरस जीवित चीजों के साथ ही निर्जीव वस्तुओं में भी पाया गया है. आज स्थिति यह है कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री, मंत्री, केंद्रीय मंत्री, कलेक्टर, एसपी और खुद गृहमंत्री अमित शाह भी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इस संकट के बीच दुनिया रुक नहीं सकती. खुद को सुरक्षित रखते हुए और सुरक्षा उपायों को अपनाते हुए अपने जरूरी काम निबटाने होंगे. उन्होंने माना कि सरकार ने यदि परीक्षा आयोजन की कोशिश की है तो इस दौरान उन्होंने छात्रों के सुरक्षा इंतजाम का भी पुख्ता किया होगा.
भ्रष्टाचार सरकार का आधार
ओपी चौधरी ने कहा कि भ्रष्ट व्यवस्था इस सरकार का आधार बन चुकी है. सरकार सूबे के अफसर और प्रदेश में विकट रूप से कोयला, शराब और रेत माफिया सक्रिय है साथ ही यूरिया के माफिया भी प्रदेश में पैर पसार चुके हैं.