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कोरबा : निकाय चुनाव से पहले निगम के सत्ता पक्ष और विपक्ष में घमासान, टेंडर बना मुद्दा

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Published : Aug 19, 2019, 8:07 AM IST

नगर निगम के जारी किए गए टेंडर पर बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है.

कोरबा नगर निगम

कोरबा : बीते एक महीने में कोरबा नगर निगम ने करीब 200 से ज्यादा टेंडर जारी किए हैं. इसे लेकर विपक्ष एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के खिलाफ हमलावर हो गया है वहीं कांग्रेस समस्याओं के निराकरण के लिए निविदाएं निकाले जाने की बात कह रही है.

कोरबा नगर निगम

विपक्ष के पार्षदों के कहना है कि, 'लंबे समय से जो फाइलें बंद पड़ी थीं, उन कामों को नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले मंजूरी क्यों दी गई है'. विपक्ष का आरोप है कि, 'नगरीय निकाय चुनाव में फायदा लेने के लिए सत्ता पक्ष द्वारा टेंडर जारी किए गए हैं'.

पढ़ें : सुंदर लाल बहुगुणा को आज भी याद हैं गांधी की बातें, सपना था 'स्वावलंबी भारत'

'सरकार ने लोगों को पकड़ाया लॉलीपॉप'
विपक्ष का कहना है कि, 'शहर की सरकार ने लोगों को लॉलीपॉप पकड़ा दिया है, लेकिन काम कुछ नहीं होगा'. विपक्ष के पार्षद शिव अग्रवाल ने बताया कि, 'कई कामों को अब भी मंजूरी नहीं मिली है. छोटे-छोटे कामों को निगम की सत्ता में बैठे कांग्रेसियों ने रोक कर रखा है'. उन्होंने कहा कि, 'चुनाव में हार के डर से सैंकड़ों निविदाएं निकाल दी गई हैं, लेकिन सिर्फ असफलता ही हाथ लगेगी'.

'विपक्ष दिवालियापन का शिकार'
वहीं कांग्रेस का कहना है कि, 'विभिन्न कामों के लिए और जनहित समस्याओं के निवारण के लिए निविदाएं निकाली गई हैं, जिससे जनता की मांगें पूरी की जा सकें'. पार्षद और MIC सदस्य दिनेश सोनी ने बताया कि, 'विपक्ष नेतृत्व विहीन और दिमागी दिवालियापन का शिकार हो गया है. विपक्ष को यह नहीं समझ आ रहा है कि कौन से मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएं इसलिए हम पर बेवजह आरोप लगा रहे हैं'.

200 से अधिक टेंडर जारी
दरअसल, नगर पालिक निगम कोरबा ने हालही में बीते 1 महीने में करीब 200 से अधिक टेंडर जारी किए हैं. इन सभी टेंडरों की तारीख भी सीमित अवधि के लिए खोली गई है, जिससे काम का भूमिपूजन जल्द कर लिया जाए. नाली का निर्माण, सीसी रोड निर्माण, मंच, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य कामों से संबंधित सबसे अधिक टेंडर निकाले गए हैं. पिछले चुनाव में बस्तियों में जाकर कांग्रेस ने जो वादे किए थे उनको पूरा करने का भी दबाव अब निगम में कांग्रेस की सरकार पर है.

कोरबा : बीते एक महीने में कोरबा नगर निगम ने करीब 200 से ज्यादा टेंडर जारी किए हैं. इसे लेकर विपक्ष एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के खिलाफ हमलावर हो गया है वहीं कांग्रेस समस्याओं के निराकरण के लिए निविदाएं निकाले जाने की बात कह रही है.

कोरबा नगर निगम

विपक्ष के पार्षदों के कहना है कि, 'लंबे समय से जो फाइलें बंद पड़ी थीं, उन कामों को नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले मंजूरी क्यों दी गई है'. विपक्ष का आरोप है कि, 'नगरीय निकाय चुनाव में फायदा लेने के लिए सत्ता पक्ष द्वारा टेंडर जारी किए गए हैं'.

पढ़ें : सुंदर लाल बहुगुणा को आज भी याद हैं गांधी की बातें, सपना था 'स्वावलंबी भारत'

'सरकार ने लोगों को पकड़ाया लॉलीपॉप'
विपक्ष का कहना है कि, 'शहर की सरकार ने लोगों को लॉलीपॉप पकड़ा दिया है, लेकिन काम कुछ नहीं होगा'. विपक्ष के पार्षद शिव अग्रवाल ने बताया कि, 'कई कामों को अब भी मंजूरी नहीं मिली है. छोटे-छोटे कामों को निगम की सत्ता में बैठे कांग्रेसियों ने रोक कर रखा है'. उन्होंने कहा कि, 'चुनाव में हार के डर से सैंकड़ों निविदाएं निकाल दी गई हैं, लेकिन सिर्फ असफलता ही हाथ लगेगी'.

'विपक्ष दिवालियापन का शिकार'
वहीं कांग्रेस का कहना है कि, 'विभिन्न कामों के लिए और जनहित समस्याओं के निवारण के लिए निविदाएं निकाली गई हैं, जिससे जनता की मांगें पूरी की जा सकें'. पार्षद और MIC सदस्य दिनेश सोनी ने बताया कि, 'विपक्ष नेतृत्व विहीन और दिमागी दिवालियापन का शिकार हो गया है. विपक्ष को यह नहीं समझ आ रहा है कि कौन से मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएं इसलिए हम पर बेवजह आरोप लगा रहे हैं'.

200 से अधिक टेंडर जारी
दरअसल, नगर पालिक निगम कोरबा ने हालही में बीते 1 महीने में करीब 200 से अधिक टेंडर जारी किए हैं. इन सभी टेंडरों की तारीख भी सीमित अवधि के लिए खोली गई है, जिससे काम का भूमिपूजन जल्द कर लिया जाए. नाली का निर्माण, सीसी रोड निर्माण, मंच, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य कामों से संबंधित सबसे अधिक टेंडर निकाले गए हैं. पिछले चुनाव में बस्तियों में जाकर कांग्रेस ने जो वादे किए थे उनको पूरा करने का भी दबाव अब निगम में कांग्रेस की सरकार पर है.

Intro:बीते 1 महीने में नगर निगम कोरबा ने करीब 200 से अधिक टेंडर जारी कर दिए हैं जिस में लंबित पड़े कामों को मंजूरी दे दी गई है इसको लेकर एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर हो गई है तो वहीं कांग्रेस बता रही है कि जनहित समस्यों के निराकरण के लिए ये निविदाएं निकाली गई हैं।


Body:एक तरफ जहां निकाय चुनाव बेहद नजदीक है तो दूसरी तरफ उसकी तैयारी भी देखने को मिल रही है। विपक्ष के पार्षदों के कहना है कि लंबे समय से फाइलों में बंद पड़े कामों को चुनाव से ठीक पहले मंजूरी क्यों मिल रही है। विपक्ष ने यह भी कहा है कि शहर सरकार ने लोगों को लॉलीपॉप पकड़ा दिया है लेकिन काम कुछ नहीं होगा। विपक्ष के पार्षद शिव अग्रवाल ने बताया कि कई कामों को अब भी मंजूरी नहीं मिली है। छोटे छोटे कामों को निगम की सत्ता में बैठे कांग्रेसियों ने रोक कर रखा है। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार के डर से सैंकड़ों निविदाएं निकाल दी गई हैं लेकिन सिर्फ असफलता ही हाथ लगेगी।
वहीं कांग्रेस का कहना है कि विभिन्न कामों के लिए निविदाएं जनहित समस्याओं के लिए निकाली गई हैं जिससे जनता की मांगें पूरी की जा सके। पार्षद और MIC सदस्य दिनेश सोनी ने बताया कि विपक्ष नेतृत्व विहीन और दिमागी दिवालियापन का शिकार हो गई है विपक्ष को यह नहीं समझ आ रहा है कि कौनसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएं इसलिए हम पर निरर्थक आरोप लगा रही है।


Conclusion:दरअसल, हाल ही में बीते 1 महीने में करीब 200 से अधिक टेंडर नगर पालिक निगम कोरबा ने जारी किए हैं। इन सभी टेंडरों की तारीख भी सीमित अवधि के लिए खोली गई है जिससे काम का भूमिपूजन जल्द कर लिया जाए। नाली का निर्माण, सीसी रोड निर्माण, मंच, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य कामों से संबंधित सबसे अधिक टेंडर निकाले गए हैं। पिछले चुनाव में बस्तियों में जाकर कांग्रेस ने जो वादे किए थे उनको पूरा करने का भी दबाव अब निगम में कांग्रेस की सरकार पर है।

बाइट- शिव अग्रवाल, पार्षद, निर्दलीय
बाइट- दिनेश सोनी, पार्षद-MIC सदस्य, कांग्रेस
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